IIT जैम टॉपर्स का MCQ, MSQ और NAT को सॉल्व करने का स्मार्ट तरीका (IIT JAM Topper's Smart Approach to Solve MCQs, MSQs and NATs)
जानें कि IIT जैम टॉपर्स का MCQ, MSQ और NAT को सॉल्व करने का स्मार्ट तरीका (IIT JAM Topper's Smart Approach to Solve MCQs, MSQs and NATs) को सॉल्व करने का स्मार्ट तरीका क्या है। ये टिप्स आपको सटीकता बढ़ाने, टाइम मैनेज करने और एग्जाम के दबाव को प्रभावी ढंग से संभालने में मदद करेंगे।
आईआईटी जैम टॉपर्स का MCQ, MSQ और NAT को सॉल्व करने का स्मार्ट तरीका (IIT JAM Topper's Smart Approach to Solve MCQs, MSQs and NATs): आईआईटी जैम एग्जाम की तैयारी असल में तब शुरू होती है जब आपको एग्जाम पैटर्न, सिलेबस और एलिजिबिलिटी की बुनियादी बातें पता हों। एग्जाम में 3 प्रकार के प्रश्न होते हैं, जिन्हें 3 सेक्शंस में विभाजित किया जाता है। सेक्शन A में, आपको 1 मार्क के 30 बहुविकल्पीय प्रश्न और 2 मार्क्स के 20 MCQ मिलेंगे। सेक्शन B में 10 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिनमें से प्रत्येक 2 मार्क्स का होगा। इसके बाद सेक्शन C में 20 न्यूमेरिकल आंसर टाइप प्रश्न होंगे, जिनमें से 10 प्रश्न 1 मार्क के और 10 प्रश्न 2 मार्क्स के होंगे। इस प्रकार, कुल मिलाकर, आपको 60 प्रश्न मिलेंगे जिन्हें आपको 3 घंटे के अंदर सॉल्व करना होगा। IIT JAM एग्जाम में इन तीनों सेक्शंस को सॉल्व करने के लिए उम्मीदवारों को एक सटीक स्ट्रेटेजी बनानी चाहिए।
IIT JAM के टॉपर्स का कहना है कि एग्जाम में अच्छे स्कोर प्राप्त करने के लिए केवल सिलेबस पूरा करना ही काफी नहीं है, बल्कि स्मार्ट एग्जाम स्ट्रेटेजी का उपयोग करना भी ज़रूरी है। टॉपर्स हाई-वेटेज वाले टॉपिक्स पर ध्यान केंद्रित करने, नियमित रूप से मॉक टेस्ट का अभ्यास करने, उचित नोट्स बनाने, सेल्फ-एनालिसिस करने और टाइम मैनेज करने जैसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए अगर आप आगामी आईआईटी जैम 2026 एग्जाम की योजना बना रहे हैं, तो MCQ, MSQ और NAT को सॉल्व करने के लिए आईआईटी जैम टॉपर्स के स्मार्ट तरीके से सीखना बेहतर होगा। नीचे दी गई स्ट्रेटेजी टॉपर्स के इंटरव्यू, ब्लॉग और कोचिंग एक्सपर्ट से ली गई हैं। आइए देखें कि वे स्मार्ट तरीके क्या हैं और ये एग्जाम में बेहतर परफॉरमेंस करने में आपकी कैसे मदद कर सकते हैं।
आईआईटी जैम में प्रश्नों के प्रकार (Question Types in IIT JAM)
आप IIT JAM के लिए सेक्शंस, मार्क्स, नेगेटिव मार्किंग और ज़रूरी स्किल्स के अनुसार प्रश्नों के प्रकार चेक करने के लिए नीचे दी गई टेबल देखें:
प्रश्न का प्रकार | मार्क्स | प्रश्नों की संख्या | समय व्यतीत करना होगा | नेगेटिव मार्किंग | क्या इवैल्युएट किया जाता है? |
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MCQ (बहुविकल्पीय प्रश्न) | 1 मार्क और 2 मार्क्स | 30 | लगभग 60 से 65 मिनट | हाँ (-⅓ 1 मार्क के लिए, और -⅔ 2 मार्क्स के लिए) | कॉन्सेप्ट क्लैरिटी, प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल और एलिमिनेशन |
MSQ (मल्टीप्ल सेलेक्ट प्रश्न) | 2 मार्क्स | 10 | लगभग 35 से 40 मिनट | नहीं | मल्टी-कॉन्सेप्ट एप्लीकेशन, डीपर कॉन्सेप्ट क्लैरिटी और एनालिटिकल स्किल्स |
NAT (न्यूमेरिकल आंसर टाइप) | 1 मार्क और 2 मार्क्स | 20 | लगभग 45 से 50 मिनट | नहीं | कैलकुलेशन प्रिसिशन, रीजनिंग और न्यूमेरिकल प्रॉब्लम सॉल्विंग |
MCQ के लिए टॉपर्स की स्ट्रेटजी (Toppers’ Strategy for MCQs)
आप IIT JAM 2026 एग्जाम के लिए चाहे जितनी भी पढ़ाई कर लें, असल में मायने यह रखता है कि आप एग्जाम हॉल में उन 3 घंटों का उपयोग कैसे करते हैं और पूरे प्रश्नपत्र को कैसे सॉल्व करते हैं। MCQ के लिए, टॉपर्स और एक्सपर्ट आमतौर पर NAT के प्रश्नों के बाद दूसरे सेक्शन को सॉल्व करने की सलाह देते हैं। नीचे, हमने आईआईटी जैम एग्जाम में MCQ हल करने के लिए टॉपर्स के इंटरव्यू और एक्सपर्ट कोचिंग टिप्स से कुछ बहुत ही बुनियादी लेकिन बेहद उपयोगी स्ट्रेटेजी प्रदान की हैं:
- पहले 20-25 मिनट में सभी आसान MCQ सॉल्व करने की कोशिश करें। इस तरह आप जल्दी ही कुछ बेस मार्क्स हासिल कर लेंगे। (टॉपर अंकित एस., JAM 2024 AIR-3 द्वारा बताया गया)।
- टॉपर्स का कहना है कि आपको पेपर एक बार ज़रूर पढ़ना चाहिए और कठिन प्रश्नों पर समय बर्बाद करने से पहले उन प्रश्नों को सॉल्व करना चाहिए जिन पर आपको पूरा भरोसा है। आसान मार्क्स हमेशा आपका पहला लक्ष्य होना चाहिए।
- अगर आपको सही उत्तर नहीं पता, तो विकल्पों को कम कर दें। विकल्पों को 2 तक सीमित करें, फिर निर्णय लें। यह आईआईटी जैम MCQ में बिना सोचे-समझे अनुमान लगाने से कहीं बेहतर है।
- पहले राउंड में प्रत्येक MCQ पर ज़्यादा से ज़्यादा 1.5 मिनट का समय दें। अगर आप अटक जाते हैं, तो उस प्रश्न को रिव्यु के लिए चिह्नित कर दें और अभी के लिए छोड़ दें। अगर आपके पास समय हो, तो बाद में फिर से चेक करें।
- अंदाज़े से किसी भी प्रश्न को सॉल्व ना करें और ना ही रैंडम आंसर मार्क करें। IIT JAM MCQ में नेगेटिव मार्किंग होती है। अनुमान तभी लगाएँ जब आप कम से कम एक या दो विकल्पों को पूरे विश्वास के साथ हटा सकें।
- किसी कंफ्यूसिंग या कठिन MCQ पर 2 मिनट से ज़्यादा समय न लगाएँ। बस उसे चिह्नित करें, आगे बढ़ें और बाद में फिर से पूछें। इससे आप शांत रहेंगे और समय की बचत होगी।MCQ हमेशा तभी सॉल्व करें जब आप कम से कम 80% सुनिश्चित हों। MCQ में नेगेटिव मार्किंग होती है (1 मार्क वाले गलत प्रश्न के लिए 1/3 मार्क और 2 मार्क्स वाले गलत प्रश्न के लिए 2/3 मार्क काटे जाते हैं)।
टॉपर की ओरिजिनल इनसाइट: 'MCQ में, मैंने अनुमान लगाने से परहेज किया जब तक कि मैं आत्मविश्वास से दो विकल्पों को हटा नहीं सका।' - आईआईटी जैम केमिस्ट्री 2023 टॉपर
MSQके लिए टॉपर्स की स्ट्रेटजी (Toppers’ Strategy for MSQs)
इस सेक्शन का लाभ यह है कि गलत उत्तरों के लिए कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगा। आप पूरे मार्क्स प्राप्त करने के लिए सभी सही विकल्प चुन सकते हैं। टॉपर्स इस सेक्शन को अलग तरह से देखते हैं: वे इसे लास्ट में सॉल्व करते हैं, वे निरंतर अभ्यास, कांसेप्ट और सटीक उत्तर देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- MSQ में, एक प्रश्न में 2-3 कांसेप्ट एक साथ मिल सकती हैं। इसलिए इन मुश्किल सवालों को हल करने के लिए आपको अलग-अलग टॉपिक्स को जोड़ना और उन्हें अच्छी तरह समझना होगा।
- इसमें कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं है, इसलिए टॉपर्स का कहना है कि उन सभी प्रश्नों का प्रयास करें जिनमें आप अपने रीजनिंग को स्पष्ट कर सकें।
- अगर आप किसी एक विकल्प के बारे में 100% श्योर नहीं हैं, तब भी आपको उन विकल्पों को ज़रूर चुनना चाहिए जिनके बारे में आप श्योर हैं। इस तरह, आप मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं।
- किसी विकल्प को सिर्फ़ इसलिए न छोड़ें क्योंकि वह बहुत स्पष्ट लगता है। कई बार, स्पष्ट विकल्प ही सही भी होता है।
- टॉपर्स 'सभी सही' या 'कोई भी सही नहीं' जैसे सामान्य ट्रैप्स की भी जाँच करते हैं। वे गलत ट्रैप्स को पहले हटाने के लिए लॉजिकल एलिमिनेशन का उपयोग करते हैं।
- सबसे सुरक्षित तरीका यह है कि हर विकल्प को एक-एक करके चेक करें। यह न मानें कि विकल्प आपस में जुड़े हुए हैं। मार्क करने से पहले हर ऑप्शन को अपने कांसेप्ट और फैक्ट को चेक करें।
टॉपर की ओरिजिनल इनसाइट: 'एमएसक्यू (MSQ) ही वह तरीका है जिससे मैंने मार्क्स हासिल किए। मैंने हर प्रश्न को सावधानीपूर्वक एलिमिनेशन करने के बाद सॉल्व किया क्योंकि इसमें कोई पेनल्टी नहीं है।' - JAM फिजिक्स 2022 AIR-5
NAT के लिए टॉपर्स की स्ट्रेटजी (Toppers’ Strategy for NATs)
NAT के प्रश्नों को सॉल्व करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप एग्जाम की शुरुआत ही उनसे करें। NAT के लिए पूरी कंसंट्रेशन और सटीकता की आवश्यकता होती है, और आपका फोकस हमेशा शुरुआत में सबसे ज़्यादा होती है। NAT के प्रश्न सीधे और ज़्यादातर फॉर्मूला-बेस्ड होते हैं, इसलिए आपकी कैलकुलेशन स्किल मज़बूत होनी चाहिए। आप टॉपर्स और एक्सपर्ट कोचिंग की जानकारी के आधार पर NAT के प्रश्नों को हल करने की स्ट्रेटेजी पर विचार कर सकते हैं:
- NAT में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं है, इसलिए कोई भी प्रश्न खाली न छोड़ें। सभी प्रश्नों को अटेम्पट करने का प्रयास करें।
- प्रत्येक प्रश्न के लिए कम से कम 2 से 3 मिनट का समय दें। अगर आप इससे ज़्यादा समय बर्बाद करेंगे तो आपको समय पर पेपर पूरा करने में दिक्कत हो सकती है।
- एक्सपर्ट कोचिंग इनसाइट के अनुसार, आपको 20 प्रश्नों में से कम से कम 12 प्रश्नों का सही उत्तर देने का प्रयास करना होगा।
- टॉपर्स आंसर का एस्टीमेट निकलने के लिए क्विक मेन्टल कैलकुलेशन और रफ़ एस्टीमेट करते हैं।
- NAT में बहुत ज़्यादा फॉर्मूला होते हैं, इसलिए प्रमुख फॉर्मूला और डेरिवेशन को याद रखने से रीकैलकुलेशन से बचने में मदद मिलती है।
- आपको स्टेटमेंट-बेस्ड प्रश्न दिए जाएंगे, जिसके लिए आपको कांसेप्ट और काउंटर एक्साम्पल के बारे में पता होना चाहिए।
- उत्तर लिखते समय, खासकर फिजिक्स के लिए, आपको सही यूनिट्स का ध्यान रखना चाहिए। गलतियों से बचने के लिए सबमिट करने से पहले एक क्विक चेक कर लें।
- यदि आपका उत्तर दशमलव में आ रहा है तो आपको मार्क्स की रेंज ज़रूर चेक करनी चाहिए।
- वास्तविक जीवन का उदाहरण: 'आईआईटी जैम 2025 में, फिजिकल केमिस्ट्री में 3 NATs एक मिनट से भी कम समय में हल किए जा सकते थे, यदि फार्मूला को सही ढंग से याद किया गया हो।'
टॉपर की ओरिजिनल इनसाइट: 'NAT के लिए, मैंने कभी अनुमान नहीं लगाया। मैंने आंसर को डायमेंशनल एनालिसिस से चेक किया।' - IIT JAM बायोटेक्नोलॉजी 2023 AIR-7