OU ग्रेडिंग सिस्टम(OU Grading System) : लेटर ग्रेड और ग्रेड पॉइंट
OU ग्रेडिंग सिस्टम 10-पॉइंट स्केल का पालन करता है और CBCS नियमों के तहत छात्रों द्वारा प्राप्त मार्क्स के डिस्टिंक्टिव परसेंटेज के आधार पर ‘OS, S, A, B, C, D, E, and F’ जैसे ग्रेड लेटर निर्धारित करता है। उस्मानिया विश्वविद्यालय ग्रेडिंग सिस्टम के बारे में अधिक जानकारी नीचे देखें।
OU ग्रेडिंग सिस्टम: उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद की स्थापना 1917 में हुई थी और वर्तमान में इसमें लगभग 8 परिसर संस्थान, 12 संकाय, 5 घटक कॉलेज और 53 विभाग शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें 720 से अधिक संबद्ध कॉलेज, 9 अकादमिक इंस्टिट्यूट और 16 रिसर्च सेंटर हैं। विश्वविद्यालय को UGC से मान्यता प्राप्त है और NAAC द्वारा पुनः मान्यता प्राप्त होने पर 'A+' ग्रेड प्राप्त हुआ है। NIRF 2025 रैंकिंग में, उस्मानिया विश्वविद्यालय को 'यूनिवर्सिटी' केटेगरी में 30वां और 'ओवरऑल' केटेगरी में 53वां स्थान मिला है।
OU ग्रेडिंग सिस्टम चॉइस-बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) का पालन करता है और 'OS से D' तक के 10-पॉइंट लेटर-ग्रेड स्केल का उपयोग करता है, जहाँ 'OS' (10-ग्रेड पॉइंट) सबसे उच्च ग्रेड और 'D' (5-ग्रेड पॉइंट) सबसे निम्न ग्रेड है, और 'F' (शून्य ग्रेड पॉइंट) 39 से कम अंकों पर असफलता दर्शाता है। विश्वविद्यालय मानविकी, शिक्षण, इंजीनियरिंग, कॉमर्स, आईटी और सॉफ्टवेयर, विज्ञान, प्रबंधन, फार्मेसी, कानून, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कई डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, UG, PG और PHD कोर्सेस प्रदान करता है। इस लेख में, हम उस्मानिया विश्वविद्यालय ग्रेडिंग सिस्टम, उस्मानिया विश्वविद्यालय के पासिंग मार्क्स और अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
CBCS के तहत UG कोर्सेस के लिए OU ग्रेडिंग सिस्टम (OU Grading System for UG Courses Under CBCS)
जैसा कि चर्चा की गई है, विश्वविद्यालय का प्रत्येक विभाग एक चॉइस-बेस्ड क्रेडिट सिस्टम या CBCS का उपयोग करता है। CBCS के अंतर्गत ग्रेजुएशन कोर्सेस के लिए उस्मानिया विश्वविद्यालय ग्रेडिंग सिस्टम के कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स नीचे दिए गए हैं:
- OU के कोंस्टीटूएंट और एफ़िलिएटेड इंस्टिट्यूट के विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कला और कॉमर्स महाविद्यालयों के सभी UG डिपार्टमेंट को 2016-17 अकादमिक ईयर से शुरू होने वाले CBCS में भाग लेना आवश्यक है।
- किसी उम्मीदवार के ग्रेड को ग्रेड पॉइंट और क्रेडिट पॉइंट, दोनों में परिवर्तित किया जाता है; प्रत्येक पेपर या प्रोग्राम में क्रेडिट की एक फिक्स्ड अमाउंट होती है। किसी उम्मीदवार का एक्युमुलेटीव ग्रेड पॉइंट एवरेज (CGPA) उसकी ग्रेजुएशन डिग्री के 6 सेमेस्टर में उसके ओवरऑल एजुकेशनल परफॉरमेंस का माप होता है, जबकि उसका सेमेस्टर ग्रेड पॉइंट एवरेज (SGPA) किसी दिए गए सेमेस्टर में उसकी उपलब्धि को दर्शाता है।
- प्रत्येक UG टाइम टेबल के लिए कोर्स सिलेक्शन टेलरएड , नौकरी बाजार और सामाजिक मुद्दों की बदलती जरूरतों के अनुरूप हैं।
- CBCS सिस्टम प्रत्येक सेमेस्टर में छात्रों की प्रगति की निगरानी के लिए टेस्ट,असाइनमेंट और अन्य इंटरनल असेसमेंट का उपयोग करती है।
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OU ग्रेडिंग सिस्टम में लेटर ग्रेड और ग्रेड अंक (Letter Grades & Grade Points in OU Grading System)
उस्मानिया विश्वविद्यालय ग्रेडिंग सिस्टम के अनुसार, ग्रेड लेटर अध्ययन के क्षेत्र या सेमेस्टर-वाइज परीक्षाओं में उम्मीदवार की सफलता का इंडिकेटर है। प्रत्येक ग्रेड लेटर के लिए कई प्रकार के ग्रेड होते हैं। यह वास्तविक कोर्स या एग्जाम ग्रेड का प्रतिनिधित्व करता है जो एक उम्मीदवार को प्रदान किया गया था। इसे O, A, B, C, D, E, या F के ग्रेड लेटर द्वारा दर्शाया जाता है। हालांकि, यदि कोई उम्मीदवार किसी एग्जाम में एब्सेंट है, तो मेमो में ग्रेड अक्षर के स्थान पर ग्रेड लेटर Ab का उपयोग किया जाता है। OG विश्वविद्यालय ग्रेडिंग सिस्टम प्रत्येक टाइम टेबल या पेपर के लिए एक लेटर ग्रेड प्रदान करती है, जिसमें प्रत्येक ग्रेड लेटर ग्रेड प्वाइंट में एक स्पेसिफिक वेट वहन करता है। विस्तृत जानकारी के लिए निम्न टेबल देखें:
रेंज ऑफ़ मार्क्स (% में) | लेटर ग्रेड | ग्रेड पॉइंट |
---|---|---|
≥ 85 से 100 | O | 10 |
≥ 70 से 85 से नीचे | A | 9 |
≥ 60 से 70 से नीचे | B | 8 |
≥ 55 से 60 से नीचे | C | 7 |
≥ 50 से 55 से नीचे | D | 6 |
≥ 40 से 50 से नीचे | E | 5 |
40 से नीचे | F | 0 |
एब्सेंट | AB | NA |
OU ग्रेडिंग सिस्टम: ग्रेड इम्प्रूवमेंट और कोर्स पूर्णता (OU Grading System: Grade Improvement and Course Completion)
नीचे दिए गए गाइडलाइन्स छात्रों को उस्मानिया विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग सिस्टम के माध्यम से अपने ग्रेड बढ़ाने में मदद करेंगे। इससे एप्लिकेंट दोबारा एग्जाम दे सकेंगे, अपने मार्क्स बढ़ा सकेंगे और पहली बार से बेहतर रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे।
- एक बार थ्योरी पेपर पास करने के बाद, छात्र अपने मार्क्स बढ़ाने के लिए उस सब्जेक्ट को केवल एक बार दोबारा दे सकते हैं, बशर्ते वे यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित फीस का पेमेंट करें। ऐसे एप्लिकेंट को वर्तमान सेमेस्टर की अगली एग्जाम के दौरान केवल एक अतिरिक्त एग्जाम देने की अनुमति है।
- यदि कोई छात्र अपना ग्रेड बढ़ाता है, तो उसका GPA निर्धारित करने के लिए उसके नए ग्रेड पर विचार किया जाएगा।
- अपग्रडेड ग्रेड A+ से अधिक नहीं हो सकता। इस प्रकार के ग्रेड इम्प्रूवमेंट को रैंक, डिस्टिंक्शन या प्राइस/अवार्ड के लिए ध्यान में नहीं रखा जाएगा।
- यदि एप्लिकेंट का ग्रेड अपरिवर्तित रहता है, तो उसके पहले वाले ग्रेड पर विचार किया जाएगा। इंटरनल असेसमेंट , सेमिनार और प्रोजेक्ट कार्य के लिए, छात्रों को अपने अंक बढ़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अंत में, OU ग्रेडिंग सिस्टम में यह अनिवार्यता शामिल है कि किसी भी सेमेस्टर में नियमित छात्र के रूप में एग्जाम देने वाले एप्लिकेंट 75% लेक्चर और कोर्स सिलेबस में शामिल प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग प्रायोगिक कक्षाओं में उपस्थित हों। इसके अतिरिक्त, यदि किसी भी डिग्री एग्जाम में छात्र किसी भी विषय में आवश्यक न्यूनतम ग्रेड प्राप्त करने में विफल रहते हैं, तो उन्हें केवल उन्हीं विषयों में बैठने की अनुमति दी जाएगी जिनमें वे उस सेमेस्टर में फेल हुए थे।