हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): हिंदी दिवस पर 100, 250 और 500 शब्दों में निबंध
हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी भाषा को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा घोषित किया था।
हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): 14 सितंबर को प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस (Hindi Diwas in Hindi) मनाया जाता है। इस दिन भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी भाषा को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा (Official Language of the Republic of India) घोषित किया था। हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली भाषाओं में से एक है। हमारी 'आधिकारिक भाषा' होने के अलावा, हिंदी सबसे समृद्ध भाषाओं में से एक है। भारत में हिंदी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है तथा विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। यहां हम हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas) कैसे लिखते हैं, इसके बारे में बता रहे हैं। छात्र इस लेख की मदद से हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi) लिखने की तैयारी कर सकते हैं।
हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली भाषाओं में से एक है। 'आधिकारिक भाषा' के अलावा, हिंदी सबसे समृद्ध समुद्री समुद्र में से एक है। हिंदी दिवस सलाम का उद्देश्य युवाओं को उनकी विरासत की याद दिलाना है। यह दिन हमें हमारी असली पहचान की याद दिलाता है और हमें हमारे देश के नागरिकों के साथ लाने का काम करता है। इस लेख से
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भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा (Official Language of Republic of India in Hindi) के रूप में हिंदी भाषा को अपनाया था। हालांकि इसे 26 जनवरी 1950 को देश के संविधान द्वारा आधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करने के विचार को मंजूरी दी गई थी। हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करने के दिन को हिंदी दिवस (Hindi Diwas) के रूप में मनाया जाता है। यहीं कारण है कि 14 सितंबर को प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी भाषा को विश्व में पहचान और सम्मान देने के लिए विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। हिंदी, भारत की एकता और विविधता का प्रतीक है। यह भाषा देशभक्ति, संस्कृति, और समृद्धि का प्रतीक है। हिंदी हमारे संविधान की अधिकारिक भाषा है और हमारी राष्ट्रीय भाषा के रूप में महत्वपूर्ण है। हिंदी दिवस के अवसर पर, हमें अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पित रहना चाहिए। हमें इसे सीखना, उसका सदुपयोग करना, और उसका संरक्षण करना चाहिए। हमें हिंदी की बढ़ती उपयोगिता को समझना चाहिए, ताकि हम अपने विचारों को सही ढंग से व्यक्त कर सकें।
ये भी पढ़ें:- महात्मा गांधी पर निबंधहिंदी दिवस हम भारतीयों को देशभक्ति भावना के लिए प्रेरित करता है। आज के समय में जहां पूरी दुनिया का अंग्रेजी की ओर झुकाव है, हिंदी दिवस हमें बताता है कि हिंदी हमारी आधिकारिक भाषा है। वैसे तो अंग्रेजी भी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है, लेकिन हिंदी से हम भारतीयों का विशेष लगाव है। यह भाषा हमारे भीतर राष्ट्रप्रेम को भी दर्शाता है।
हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay in Hindi): इतिहास
हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): भारत के संविधान ने देवनागरी लिपि में लिखित हिंदी को 1950 के अनुच्छेद 343 के तहत देश की आधिकारिक भाषा के रूप में 26 जनवरी 1950 में अपनाया गया था। हिंदी के साथ ही भारत सरकार के स्तर पर अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाएं औपचारिक रूप से इस्तेमाल हुईं। हिंदी दिवस को उस दिन को याद करने के लिए हर साल मनाया जाता है। हिंदी दिवस हर साल हिंदी के महत्व पर जोर देने और अगली पीढ़ी के बीच इसको बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
भारत विविधताओं से भरा देश है, जहां कई भाषाएं बोली जाती है। भारत में लगभग 600 भाषाएं हैं। भारतीय भाषाओं की करीब 19,500 बोलियां और उपभाषाएं हैं। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची के तहत 22 भाषाओं को सूचीबद्ध किया गया है। इसमें कश्मीरी, सिन्धी, पंजाबी, हिन्दी, बंगाली, आसामी, उडिया, गुजराती, मराठी, कन्नड़, तेलगु, तमिल, मलयालम, उर्दू, संस्कृत, नेपाली, मढिपूरी, कोंकणी, बोडो, डोंगरी, मैथिली, संथाली है। विविधताओं से भरे देश में यहां की राजभाषा को लोगों के बीच बनाये रखने के लिए हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी पूरे विश्व में बोली जाने वाली भाषाओं में चौथे नंबर पर है। हिंदी भाषा के सम्मान में प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस और 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी भारत के आधे से ज्यादा भू-भाग में बोली जाने बाली भाषा है, इसका मतलब है कि हिंदी 60 करोड़ से भी अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है।
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हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): हर भारतीय हिंदी दिवस को बहुत महत्व देते हैं। हर भारतीय मातृभाषा हिन्दी को सर्वाधिक सम्मान देते हैं, क्योंकि यह हमारी राष्ट्रभाषा है। 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। यह निर्णय भारत के संविधान द्वारा अनुमोदित किया गया था और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। अब, दो भाषाएं हिंदी और अंग्रेजी हैं जिनका आधिकारिक तौर पर भारत की केंद्र सरकार के स्तर पर उपयोग की जाती हैं।
हिंदी दिवस हमें देशभक्ति भावना के लिए प्रेरित करता है। आज के समय में जहां अंग्रेजी की ओर एक झुकाव है, जिसे समझा जा सकता है, क्योंकि अंग्रेजी का इस्तेमाल दुनिया भर में किया जाता है और यह भी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। यह दिन हमें यह याद दिलाने का एक छोटा सा प्रयास है कि हिंदी हमारी आधिकारिक भाषा है और बहुत अधिक महत्व रखता है।सभी भारतीय को राष्ट्रीय भाषा का सम्मान करना चाहिए। आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाने से साबित होता है कि सत्ता में रहने वाले लोग अपनी जड़ों को पहचानते हैं और चाहते हैं कि लोगों द्वारा हिंदी को भी महत्व दिया जाए। हिंदी दुनिया की चौथी व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है। भारत के ज्यादातर भागों में हिंदी बोली जाती है। अन्य देश जहां व्यापक रूप से हिंदी बोली जाती है, वह है पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, गुयाना और सूरीनाम। हिंदी दिवस को विभिन्न स्थानों पर बहुत उत्साह से मनाया जाता है, हालांकि हमारे देश में बहुत से लोग इस दिन के बारे में अभी अवगत नहीं हैं और बहुत से लोग इसे महत्वपूर्ण भी नहीं मानते हैं। यह समय है कि लोगों को इस दिन के महत्व को पहचानना चाहिए क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय भाषा और हमारी सांस्कृतिक आधार को याद करने का दिन है।
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हिंदी दिवस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Hindi Diwas in 100 Words in Hindi)
हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi):
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस (Hindi Diwas) मनाया जाता है। यह भाषा के महत्व को याद दिलाने का दिन होता है। हिंदी, भारत की राष्ट्रीय भाषा और देश की विविधता का प्रतीक है। हिंदी भाषा भारत के समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक माना जाता है।
हिंदी दिवस के मौके पर हम सभी को अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पित रहना चाहिए। हिंदी को सीखना और उसे सुरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी भी है। हिंदी भाषा की समृद्धि से ही देश की समृद्धि को नापा जा सकता है। हिंदी भाषा का स्वतंत्रता के लिए आंदोलन में बड़ा योगदान रहा है। हिंदी विविधता का एक अद्वितीय भाषा है, जो कला, साहित्य, संगीत, और विभिन्न कलाओं के माध्यम से हमारे जीवन को बेहतर और सुंदर बनाती है।
हिंदी दिवस हमें हमारे देश की सांस्कृतिक और भाषाई धरोहर के प्रति समर्पित रहना सिखाता है। हर भारतीय को हिंदी भाषा के समर्थन में आगे आना चाहिए और हिंदी भाषा को प्रमोट करना चाहिए। इससे हिंदी भाषा की मजबूती बढ़ेगी। यहां से आप हिंदी दिवस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Hindi Diwas in 100 Words in Hindi), हिंदी दिवस पर शॉर्ट निबंध ( Short Essay on Hindi Diwas in Hindi) लिखना सीख सकते है।
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हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi)- हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन हम अपनी मातृभाषा हिंदी के महत्व को याद करते हैं। इस दिन हम हिंदी भाषा के सम्मान में कई कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। हिंदी भाषा, भारत की एकता और विविधता का भी प्रतीक है। हिंदी देशभक्ति, संस्कृति और समृद्धि को दर्शाता है। हिंदी भारत के संविधान की अधिकारिक भाषा है, जिसे राष्ट्रीय भाषा भी कहा जाता है। हिंदी दिवस हमें अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। हिंदी भाषा दिवस हमें अपनी भाषा को सीखना, उसका सदुपयोग करना और उसका संरक्षण करना सीखाता है। आज हमें हिंदी की बढ़ती उपयोगिता को समझना चाहिए, जिससे हम अपने विचारों को सही ढंग से दुनिया के सामने व्यक्त कर सकें।
हिंदी दिवस के मौके पर हमें हमारे देश की एकता को और मजबूत बनाने के लिए हिंदी भाषा के महत्व लोगों को बताना चाहिए, ताकि हम सभी भारतीय एक होकर अपनी विचारों को आसानी से आगे बढ़ा सकें। हिंदी दिवस के मौके पर, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारी भाषा हमारी संस्कृति, गाथाएं और इतिहास का प्रतीक है। हिंदी का सही ज्ञान हमें हमारे देश की धरोहर को सभी मायने में समझने में मदद करता है। हिंदी भाषा हमारे बच्चों को हमारी संस्कृति के मूल मूल्यों को सीखने में मदद करता है।
हिंदी के महत्व को समझकर हमें इसे बचाने और बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए। हमें स्कूलों, कॉलेजों और समाज में हिंदी भाषा का उचित प्रयोग करना चाहिए, जिससे यह भाषा हमें हमेशा एक-दूसरे से जोड़े रहे और हमारी राष्ट्रीय भाषा के रूप में आगे बढ़ सके। हिंदी दिवस हमें हमारे देश के सांस्कृतिक धरोहर के प्रति समर्पित और जागरूक बनाता है और हमें यह याद दिलाता है कि हमारी मातृभाषा हमारी गर्व और पहचान का प्रतीक है।आप यहां से हिंदी दिवस पर निबंध 250 शब्दों में (Essay on Hindi Diwas in 25 Words in Hindi), हिंदी दिवस पर शॉर्ट निबंध (Short Essay on Hindi Diwas in Hindi) लिखना सीख सकते है।
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हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas in Hindi): हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को उजागर करने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित है। हिंदी दिवस की शुरुआत 1953 में की गई थी, जब भारत सरकार ने हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया और इसे व्यापक रूप से बढ़ावा देने का निर्णय लिया। इस दिन की शुरुआत 14 सितंबर 1949 को हुई थी, जब संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में मान्यता दी थी।
हिंदी भाषा भारत की अनेक भाषाओं में से एक है और इसे देश के विभिन्न हिस्सों में बोला और समझा जाता है। यह भाषा न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता को भी बढ़ावा देती है। हिंदी साहित्य, कविता, गीत और फिल्में हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा हैं और विश्वभर में भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती हैं।
हिंदी दिवस (Hindi Day) के अवसर पर विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और संगठनों में भाषण, निबंध लेखन, कविता पाठ, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यह दिन हमें हमारी मातृभाषा की महत्वता और उसकी समृद्धि को समझने का अवसर प्रदान करता है। हिंदी को हमें सिर्फ एक भाषा के रूप में नहीं बल्कि अपनी सांस्कृतिक पहचान के रूप में मान्यता देनी चाहिए और इसके प्रचार-प्रसार में योगदान देना चाहिए।
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प्रस्तावना
हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay in Hindi) - भारत पश्चिमी रीति-रिवाजों से काफी हद तक प्रभावित है। भारतीय वहां के लोगों की तरह पोशाक पहनना चाहते हैं और उनकी जीवनशैली को भी अपनाते हैं, उनकी भाषा बोलना चाहते हैं, लेकिन वे यह नहीं समझना चाहते कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत और मूल्य पश्चिम की संस्कृति की तुलना में कहीं ज्यादा समृद्ध है। इसी को बचाए रखने के लिए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। जिससे यहां के लोगों को भारत की भाषा के साथ भारतीय सांस्कृति को बचाया और बढ़ाया जा सके।
हिंदी दुनिया में बोली जानी वाली चौथी सबसे बड़ी भाषा है। भारत में ज्यादातर हिंदी बोलने वाली जनसंख्या है। इसके अलावा अन्य देश जहां व्यापक रूप से हिंदी बोली जाती है, उसमें पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, गुयाना और सूरीनाम शामिल है। दुनिया भर में लोग हिंदी गीतों और हिंदी फिल्मों को पसंद और प्यार करते हैं, जो इस भाषा के प्रति स्नेह को परिभाषित करता है।
दुर्भाग्य से भले ही हिंदी दुनिया की चौथी व्यापक बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन इसके मूल देश में लोग इसको महत्व नहीं देते हैं। स्कूल से लेकर कॉलेज, कॉर्पोरेट, कार्यालयों तक अंग्रेजी को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। माता-पिता, शिक्षकों और हर किसी को लिखित और मौखिक रूप से अंग्रेजी सीखने के महत्व पर जोर देना आम बात है, क्योंकि इससे नौकरी हासिल करने में काफी मदद मिलती है। बहुत से लोग सिर्फ इसलिए काम करने का अवसर खो देते हैं, क्योंकि वे अंग्रेजी को धाराप्रवाह नहीं बोल पाते भले ही वे काम के बारे में अच्छी जानकारी रखते हों।
हिंदी भाषा का इतिहास 12वीं शताब्दी का है। भारत में पहली बार हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था। कई स्कूल और संस्थान हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाते हैं। हम हिंदी दिवस को शैक्षणिक संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। यह न केवल लोगों को अपनी जड़ों को याद रखने के लिए प्रोत्साहित करता है, बल्कि हिंदी भाषा को भी बढ़ावा देता है। इसकी जरूरत इसलिए भी है क्योंकि आज भी ऐसे लाखों लोग हैं जो अपनी मातृभाषा यानी हिंदी भाषा में बोलने शर्म महसूस करते हैं।
हिंदी दिवस को भारत के साथ दुनिया के विभिन्न स्थानों पर बहुत उत्साह से मनाया जाता है, हालांकि हमारे देश में बहुत से लोग इस दिन के बारे में अभी भी पूरी तरह से अवगत नहीं हैं और बहुत से लोग इसे महत्वपूर्ण भी नहीं मानते हैं। ऐसे में यह समय है कि लोगों को इस दिन के महत्व को पहचानना चाहिए, क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय भाषा और हमारी सांस्कृतिक आधार को याद करने का दिन है।
हिंदी दिवस पर निबंध (Essay on Hindi Diwas) - हिंदी भाषा का महत्व
हिंदी भाषा देश की एकता का सूत्र है। पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रचार करने का श्रेय एक मात्र हिंदी भाषा को जाता है। भाषा की जननी और साहित्य की गरिमा हिंदी भाषा जन-आंदोलनों की भी भाषा रही है। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं बल्कि राजभाषा (official language) है क्योंकि भारत के संविधान में राष्ट्रभाषा का कहीं उल्लेख या चर्चा नहीं है। एथनोलॉग के अनुसार, हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। आप यहां से हिंदी दिवस पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Hindi Diwas in 500 Words in Hindi), हिंदी दिवस पर लॉग निबंध (Long Essay on Hindi Diwas in Hindi) लिखना सीख सकते है।
हिंदी दिवस निबंध (Hindi diwas nibandh): निष्कर्ष
हिंदी दिवस के अवसर पर, हमें हमारे युवाओं को हिंदी के महत्व को समझने और समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हमें उन्हें हिंदी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में शिक्षा देनी चाहिए, ताकि वे अपनी भाषा का सही और सुंदर उपयोग कर सकें। हिंदी को न केवल एक भाषा, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर भी मानना चाहिए। हमें इसके साहित्य, संगीत, कला, और विभिन्न धार्मिक तथा सांस्कृतिक अधिकार को समझने और प्रसारित करने का प्रयास करना चाहिए। इस प्रकार, हिंदी दिवस हमें हमारे देश की सांस्कृतिक और भाषाई धरोहर के प्रति समर्पित रहने का मौका प्रदान करता है। हमें इसका समर्थन करके और हिंदी को प्रमोट करके हमारे देश की एकता को मजबूती देने का काम करना चाहिए, ताकि हम सभी भारतीय एक होकर आगे बढ़ सकें।
भाषण पर हिंदी में लेख पढ़ें-हिंदी दिवस पर निबंध 10 लाइन्स (10 Lines Essay on Hindi Diwas in Hindi)
हिंदी दिवस पर देश के तमाम स्कूल कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। जिसमें छात्रों को हिंदी दिवस के महत्व, इतिहास और विस्तार के साथ हिंदी भाषा की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार प्रकट करने होते हैं। ऐसे मौकों के लिए हम यहां छात्रों के लिए 10 लाइन्स दे रहे हैं, जिसकी मदद से उन्हें हिंदी दिवस पर निबंध लिखने मदद मिलेगी। साथ ही शार्ट में हिंदी भाषा के बारे में जानकारी मिलेगी। जो हिंदी भाषा को लेकर उनका ज्ञान बढ़ाएगी।
- हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है।
- भारत में पहली बार हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था।
- 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार 43.6 प्रतिशत भारतीयों का मातृभाषा हिंदी है।
- भारत में करीब 78% आबादी हिंदी भाषा समझती और बोलती है।
- हिंदी दुनिया की चौथी व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है।
- भारत के अलावा पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, गुयाना और सूरीनाम में भी हिंदी भाषा बोली जाती है।
- हिंदी भाषा का इतिहास 12वीं शताब्दी का है।
- पहली हिंदी कविता प्रसिद्ध कवि "अमीर खुसरो" द्वारा लिखी गई थी, जिसे "हिन्दी" फारसी भाषा से ली गई थी।
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