Download your score card & explore the best colleges for you.

  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy
  • Why register with us?

    Stay up-to date with Exam Notification and NewsGet Exam Date AlertsGet free Sample Papers & Mock TestYou won’t get unwanted calls from third parties
Thank you for downloading the document! Based on your prefered exam, we have a list of recommended colleges for you. Visit our page to explore these colleges and discover exciting opportunities for your college journey.
Error! Please Check Inputs

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): इतिहास, महत्व, 200 से 500 शब्दों में होली पर हिंदी में निबंध लिखना सीखें

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): भारतीय त्योहारों में होली का बहुत महत्व है। होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) के इस लेख में आप होली के महत्व और इतिहास के साथ होली पर हिंदी में निबंध लिखने का सरल तरीका जानेंगे।

Get Counselling from experts, free of cost !

  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy
  • Why register with us?

    Stay up-to date with Exam Notification and NewsGet Exam Date AlertsGet free Sample Papers & Mock TestYou won’t get unwanted calls from third parties
Thank you for reaching out to our expert! Based on your prefered exam, we have a list of recommended colleges for you. Visit our page to explore these colleges and discover exciting opportunities for your college journey.
Error! Please Check Inputs

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): होली, भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, होली रंगों और खुशियों का प्रतीक है। इसे "रंगों का त्यौहार" भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं। होली का त्यौहार हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो मार्च महीने में आता है। होली हिंदूओं का प्रमुख त्योहार है। होली पर अक्सर स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। जिसमें होली पर निबंध (Holi par Essay in Hindi) , होली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Holi in 200 words in Hindi) , होली पर निबंध 1000 शब्दों में (Essay on Holi in 1000 words in Hindi) में लिखने को कहा जाता है। होली पर निबंध (Holi per Nibandh) कैसे लिखें और निबंध में क्या लिखें ? इसे लेकर छात्र अक्सर भ्रमित हो जाते हैं। ऐसे में हम यहां इस आर्टिकल में छात्रों को होली पर हिंदी में निबंध (Holi par Hindi me Nibandh) लिखना बता रहा है।

होली निबंध हिंदी में (Holi Nibandh in Hindi) लिखने के लिए आप प्रस्तावना के साथ शुरू कर सकते हैं। इसके बाद आप होली का त्यौहार कैसे मनाया जाता है, क्यों मनाया जाता है, कब मनाना जाता है, इसका महत्व और इतिहास के बारे में लिख सकते हैं। यहां कक्षा 6 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi for Class 6), कक्षा 7 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi for Class 7), कक्षा 10 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi for Class 10 in Hindi), कक्षा 12 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi for Class 12 in Hindi) भी लिख सकते है। इस लेख में उम्मीदवार किसी भी कक्षा के लिए होली पर निबंध (Holi pe essay in Hindi ) देख सकते हैं तथा होली के त्यौहार पर निबंध (Holi festival essay in Hindi) लिखना सीख सकते हैं।

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) के कुछ सैंपल नीचे दिए गए हैं, जिसकी मदद से आप होली पर 200 शब्दों में निबंध (Essay on Holi in 200 words in Hindi) से लेकर होली पर 500 शब्दों में निबंध (Essay on Holi in 500 words in Hindi), होली पर 750 शब्दों में निबंध (Essay on Holi in 750 words in Hindi) लिखने को लेकर आइडिया ले सकते हैं।

होली पर 100 शब्दों में निबंध (Essay on Holi in 100 words in Hindi)

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh): होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिसे हिन्दू धर्म के लोग पूरे उत्साह और सौहार्द के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा होली का त्योहार हिन्दू धर्म के लोगो के बीच भाई-चारे का संदेश देता है। इस दिन सभी लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं। होली रंगो और खुशियों का त्योहार है। होली का त्यौहार विश्व भर में प्रसिद्ध है। होली का त्यौहार (Holi Festival in Hindi) हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार को रंगो के त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है। होली का त्यौहार भारत के साथ-साथ नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे कई देशों में भी प्रसिद्ध है। इस त्यौहार को सभी वर्गों के लोग मनाते हैं। वर्तमान में तो अन्य धर्मों को मानने वाले लोग भी इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाने लगे हैं। इस त्यौहार में ऐसी शक्ति है कि वर्षों पुरानी दुश्मनी भी इस दिन दोस्ती में बदल जाती है। इसीलिए होली को सौहार्द का त्यौहार भी कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि होली का त्योहार (Festival of Holi) हजारों वर्षों से मनाया जा रहा है। होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यहां से होली पर 100 शब्दों में निबंध (Holi essay in Hindi 100 words in Hindi) निबंध लिखना सीखें। कक्षा 5 के लिए होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi for Class 5), होली पर शॉर्ट एसे (Short Essay on Holi in Hindi) लिखना भी यहां से सीख सकते है।

होली पर निबंध (Holi essay in Hindi) - होली कैसे मनाई जाती है?

होली पूरे देश में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाई जाती है। होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसमें लोग अग्नि के चारों ओर एकत्र होकर बुराई पर अच्छाई की विजय का उत्सव मनाते हैं। दूसरे दिन मुख्य उत्सव होता है। लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएँ देते हैं और मिठाइयाँ खाते हैं।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) लिखने के इच्छुक छात्र इस लेख के माध्यम से 200 से 500 शब्दों तक हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi in 200-500 word in Hindi) लिखना सीख सकते हैं।

होली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Holi in 200 words in Hindi)

होली पर निबंध (essay writing on holi in Hindi) पर लिखते समय छात्रों को सरल भाषा का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही छात्रों को व्याकरण का भी ध्यान रखना चाहिए। छात्रों की मदद के लिए नीचे होली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Holi in 200 words in Hindi) में दिया गया है। होली का त्यौहार हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार को रंगो के त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है। होली का त्यौहार भारत के साथ-साथ नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे कई देशों में भी प्रसिद्ध है। इस त्यौहार को सभी वर्गों के लोग मनाते हैं। इस दिन सभी लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं। होली रंगो और खुशियों का त्योहार है। यह मौसम बड़ा सुहावना होता है। मनोरम वातावरण में सभी लोग उमंग और मस्ती के साथ इस पर्व को मनाते हैं। इस समय तक ऋतुराज बसंत का आगमन हो जाता है। चारों और खेतों मैं सरसों के पीले फूल दिखाई पड़ते हैं। प्रकृति का रंगीन वातावरण नई उमंगे लेकर आता है। भारतीयों ने इस रंगीन मौसम में होली का त्यौहार (Festival of Holi) मनाना आरंभ किया। इसीलिए इसे ‘रंगोत्सव’ भी कहा जाता है। यहां होली पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Holi in 200 words in Hindi), होली पर शार्ट निबंध (Short Essay on Holi in Hindi) लिखना सीखें।

ये भी पढ़ें - महिला दिवस पर भाषण

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh in Hindi) - होली का महत्व

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): भारतीय त्योहारों में होली का बहुत महत्व है। होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। होली को फाल्गुन ’या वसंत ऋतु के आगमन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है इसे फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। होली का त्योहार सर्दियों के मौसम के अंत का भी प्रतीक है। यह बहुत सारे रंग, पानी के फुहारे, और गुब्बारों के संग इस दिन को और रंगीन कर देता है। होली एक सौहार्दपूर्ण त्यौहार है, जिसमें लोग वर्षों पुरानी दुश्मनी, लड़ाई, झगड़ा भुलाकर एक दूसरे से गले मिल जाते हैं, इसीलिए इस त्यौहार को दोस्ती का भी प्रतीक कहा गया है। इस दिन समाज में कोई ऊंच-नीच नहीं देखता। सभी लोग एक दूसरे को गले लगा कर होली का त्यौहार मनाते हैं। इससे समाज में ऊंच-नीच की खाई कम होती है इसलिए यह त्यौहार सामाजिक महत्व भी रखता है। इस दिन सभी लोग आपस के गिले शिकवे मिटा कर मिलते है और सभी को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं देते है। होली के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी इसलिए लोगों को इस त्यौहार से शिक्षा मिलती है कि चाहे बुराई कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, हमेशा अच्छाई की जीत होती है इसलिए वह हमेशा अच्छे रास्ते को ही अपनाए। होली का महत्व (Importance of Holi) हमारे जीवन के हर पहलू में महसूस किया जाता है क्योंकि इस दिन हम अपने मतभेदों को भूल जाते हैं और त्योहार की खुशियों को साझा करने के लिए एक-दूसरे को गले लगाते हैं। भारत में होली का त्यौहार (Holi Festival in India) सभी के जीवन मे बहुत सारी खुशियॉ और रंग भरता है, लोगों के जीवन को रंगीन बनाने के कारण इसे आमतौर पर 'रंग महोत्सव' कहा गया है। यह लोगो के बीच एकता और प्यार लाता है। बुराई पर अच्‍छाई की जीत की प्रतीक होली का सामाजिक महत्‍व भी है। यह एक ऐसा पर्व होता है जब लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक हो जाते हैं। मान्‍यता है कि इस दिन अगर किसी को लाल रंग का गुलाल लगाया जाए तो सभी तरह के मनभेद और मतभेद दूर हो जाते हैं। क्‍योंकि लाल रंग प्‍यार और सौहार्द का प्रतीक होता है। यहां से कक्षा 6 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi for Class 6), कक्षा 7 के लिए हिंदी में होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi for Class 7), होली पर शॉर्ट एसे (Short Essay on Holi in Hindi) लिखना सीख सकते है।

ये भी पढ़ें:

होली पर निबंध 300 शब्दों में (Essay on Holi in 300 words in Hindi)

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) - होली कब और क्यों मनाई जाती है?

होली पर निबंध (Holi Per Nibandh in Hindi) - होली के पर्व को हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। होली अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अधिकतर मार्च के महीने में पड़ता है। इस त्योहार को बसंतोत्सव के रुप में भी मनाया जाता है। हर त्योहार के पीछे कोई न कोई कहानी या किस्सा प्रचलित होता है। ‘होली’ मनाए जाने के पीछे भी कहानी है। वैसे तो होली पर कई कहानियां सुनाई व बताई जाती है लेकिन कुछ कहानियां हैं जो गहराई से हमारी संस्कृति एंव भाव से जुड़ी है। तो आईये जानते है होली मनाने के पीछे का कारण और संस्कृति एंव भाव।

कहते हैं कि प्राचीनकाल में हिरण्यकश्यप नामक राजा बड़ा ही अत्याचारी तथा अत्यंत बलशाली असुर राजा था। अपनी शक्ति के मद में चूर होकर वह स्वयं को भगवान मानने लगा। जो अपने को ही भगवान समझता था। उसने सारी प्रजा को आदेश दिया कि सब लोग ईश्वर की आराधना छोड़कर केवल उसी की आराधना किया करें, प्रजा भगवान के स्थान पर उसकी पूजा करती थी,पर उसका बेटा प्रहलाद ईश्वर का अनन्य भक्त था। उसने अपने पिता की बात न मानी, उसने ईश्वर की भक्ति में ही खुदको लीन रखा। पिता के क्रोध की सीमा न रही। हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को मरवाने के बहुत उपाय किए, पर ईश्वर की कृपा से कोई भी उपाय सफल न हो सका। हिरण्यकश्यप की एक बहन थी जिसका नाम था, होलिका। उसे यह वरदान प्राप्त था कि आग उसे जला नहीं सकती। हिरण्यकश्यप की आज्ञा से प्रहलाद को होलिका की गोद में बिठाकर आग लगा दी गई पर ईश्वर की महिमा अपरंपार होती है। प्रहलाद तो बच गया पर होलिका जल गई। इसी घटना की याद में हर साल रात को होलीका जलाई जाती है और अगले दिन रंगों का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

इसी तरह भगवान कृष्ण पर आधारित कहानी होली का पर्व किस खुशी में मनाया जाता है, इसके विषय में अनेक कथाएँ प्रचलित हैं। एक कथा के अनुसार भगवान कृष्ण ने दुष्टों का वध कर गोप व गोपियों के साथ रास रचाई तब से होली का प्रचलन हुआ। वृंदावन में श्री कृष्ण ने राधा और गोप गोपियों के साथ रंगभरी होली खेली थी इसी कारण वृंदावन की होली सबसे अच्छी और विश्व की सबसे प्रसिद्ध होली मानी जाती है। इस मान्यता के अनुसार जब श्री कृष्ण दुष्टों का संहार करके वृंदावन लौटे थे तब से होली का प्रचलन हुआ और तब से हर्षोल्लास के साथ होली मनाई जाती है। यहां से आप होली पर निबंध 300 शब्दों में (Essay on Holi in 300 words in Hindi), होली पर शार्ट निबंध (Short Essay on Holi in Hindi) लिख सकते है।

होली पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Holi in 500 words in Hindi)

प्रस्तावना

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi): होली भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख धार्मिक पर्व है। यह पर्व फागुन मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है और भारत वर्ष में खुशी, आनंद, प्रेम और एकता का प्रतीक है। होली एक सांस्कृतिक महोत्सव है जिसमें लोग अपनी पूर्वाग्रहों और विभिन्न सामाजिक प्रतिष्ठानों को छोड़कर आपसी भाईचारा और प्रेम का आनंद लेते हैं। यह पर्व विभिन्न आदतों, परंपराओं और धार्मिक आराधनाओं के साथ मनाया जाता है और भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण और आनंदमय अवसर है।

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) - होली का त्यौहार कैसे मनाया जाता है?

विश्व के अलग-अलग कोने में अलग-अलग तरह से होली खेली जाती है कहीं फूल भरी होली खेली जाती है तो कहीं लठमार होली तो कहीं होली का नाम ही अलग होता है। होली खेलने का तरीका भले ही सबका अलग अलग हो लेकिन होली हर जगह रंगों के साथ ज़रूर खेली जाती है। होलिका दहन के लिए बड़कुल्ले बनाना, होली की पूजा करना, पकवान बनाना, होलिका का दहन करना इत्यादि किया जाता है।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) - होली की तैयारी कैसे करें?

होलिका दहन से एक दिन पहले उस शहर के प्रशासन, धार्मिक संस्थाओं इत्यादि के द्वारा शहर-गाँव के मुख्य चौराहों, खुली जगहों, मंदिरों इत्यादि के आसपास होलिका दहन की तैयारी की जाती हैं। इसमें एक बड़े गोलाकार क्षेत्र में लकड़ियाँ, घास-फूस, बछंटियाँ इत्यादि रखी जाती हैं। इसमें सबसे बीच में एक मोटा बांस रखा जाता हैं जिसे प्रह्लाद कहा जाता हैं। होलिका को अलग से भी रखा जा सकता हैं या इन बछंटियों को ही होलिका मान लिया जाता हैं।

पकवान बनाने के बाद घर के सभी लोग उसे एक थाली में सजाकर होलिका दहन वाली जगह जाते हैं। इसके अलावा वे अपने साथ बड़कुल्ले और पूजा का अन्य सामान भी लेकर जाते हैं जिसमें कच्चा कुकड़ा (सूती धागा), लौटे में जल, चंदन इत्यादि सम्मिलित हैं। फिर उस जगह पहुंचकर होली की पूजा की जाती हैं, पकवान का भोग लगाया जाता हैं और बड़कुल्लों को उस ढेर में रख दिया जाता हैं। उसके बाद सभी लोग कच्चे कुकड़े को उस गोल घेरे के चारों और बांधते हैं और भगवान से प्रह्लाद की रक्षा की प्रार्थना करते हैं। पूजा करने के पश्चात सभी अपने घर आ जाते हैं।

रात में सूर्यास्त होने के बाद पंडित जी वहां की पूजा करते हैं। सभी लोग उस स्थल पर एकत्रित हो जाते हैं। उसके बाद उन लकड़ियों में अग्नि लगा दी जाती हैं। अग्नि लगाते ही, उस ढेर के बीच में रखे मोटे बांस (प्रह्लाद) को बाहर निकाल लिया जाता हैं। होलिका दहन को देखने के लिए लोग अपने घर से पानी का लौटा, कच्चा कुकड़ा, हल्दी की गांठ व कनक के बाल लेकर जाते हैं। पानी से होली को अर्घ्य दिया जाता है। दूर से उस अग्नि को कच्चा कुकड़ा, हल्दी की गांठ और कनक के बाल दिखाए जाते हैं। कुछ लोग होलिका दहन के पश्चात उसकी राख को घर पर ले जाते हैं।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh in Hindi) - होली कैसे खेलते है?

इन सब के बाद शुरू होता हैं असली रंगों का त्यौहार। सभी लोग अपने मित्रों, रिश्तेदारों, जान-पहचान वालों के साथ होली का त्यौहार खेलते हैं। पहले के समय में केवल प्राकृतिक रंगों से ही होली खेलने का विधान था लेकिन आजकल कई प्रकार के रंगों से होली खेली जाती हैं।

इसी के साथ लोग फूलों, पानी, गुब्बारों से भी होली खेलते हैं। कई जगह लट्ठमार होली खेली जाती हैं तो कहीं पुष्प वर्षा की जाती हैं। कई जगह कपड़ा-फाड़ होली खेलते हैं तो कई लड्डुओं की होली भी खेलते है। यह राज्य व लोगों के अनुसार भिन्न-भिन्न प्रकार की होती हैं। बस रंग हर जगह उड़ाए जाते हैं।

यह उत्सव लगभग दोपहर तक चलता हैं और उसके बाद सभी अपने घर आ जाते हैं। इसके बाद होली का रंग उतार लिया जाता हैं, घर की सफाई कर ली जाती हैं और नए कपड़े पहनकर तैयार हुआ जाता हैं।

भाषण पर हिंदी में लेख पढ़ें-

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) - होली के हानिकारक प्रभाव

होली का इन्तजार लोगो को पुरे साल भर रहता है। लेकिन कई बार होली पर बहुत सी दुर्घटनाएं भी हो जाती है जिसका ध्यान रखना चाहिए। लोगों द्वारा होली के दिन गुलाल का प्रयोग न कर के केमिकल और कांच मिले रंगों का प्रयोग किया जाता है। जिससे चेहरा खराब हो जाता है कई लोग मादक पदार्थों का सेवन व भाग मिला कर नशा करते हैं जिससे कई लोग दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। ऐसे ही होली के दिन बच्चे गुब्बारों में पानी भर कर गाड़ियों के ऊपर फेंकते हैं या पिचकारी और रंगो को आँखों में फेंक के मरते हैं होली में ऐसे रंगों व हरकतों को न करें जिससे किसी व्यक्ति के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ें इसलिए होली के दिन सावधानीपूर्वक रंगो को खेलिये जिससे किसी के लिए हानिकारक न हो। यहा से आप होली पर लॉग निबंध (Long Essay on Holi in Hindi), होली पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Holi in 500 words in Hindi), होली पर लॉग एसे (Long Essay on Holi) लिखना सीख सकते है।

होली पर निबंध 750 शब्दों में (Essay on Holi in 750 words in Hindi)

सुरक्षित तरीके से होली खेलने के सुझाव (Tips to play Holi safely in Hindi)

होली का त्योहार (Holi Festival) ऐसा त्योहार है, जिसमें सभी लोग इसके रंग में डूबे नजर आते हैं, लेकिन इसकी मौज-मस्ती आपको इन बातों का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए ताकि इस प्यार भरे उत्सव का मजा किरकिरा न हो।

  • होली खेलने से पहले अपने पूरे शरीर और बालों पर अच्छी तरह तेल और मॉइश्चराइजर लगा लें। ताकि रंग आसानी से छूट जाएं।
  • होली खेलने के लिए नैचुरल और ऑर्गेनिक रंगों का इस्तेमाल करें, कैमिकल भरे रंगों के इस्तेमाल से बचें। क्योंकि कैमिकल वाले रंगों की वजह से कई बार स्किन एलर्जी तक हो जाती है।
  • होली में ज्यादा पानी को बर्बाद न करें।
  • होली पर फुल कपड़े पहनने की कोशिश करें, ताकि कलर ज्यादा स्किन पर न आए।
  • होली में किसी पर जबरदस्ती कलर नहीं डालें और ध्यान रखें कि मौज-मस्ती में किसी को चोट न आए।
  • होली की मौज-मस्ती में बच्चों का विशेष ख्याल रखें, कई बार ज्यादा समय तक पानी में गीले रहने से बच्चे बीमार भी पड़ जाते हैं

होली रंग का त्योहार है, जिसे मस्ती और आनंद के साथ मनाया जाता है। होली में पानी और रंग में भीगने के लिए तैयार रहें, लेकिन खुद को और दूसरों को नुकसान न पहुंचाने के लिए भी सावधान रहें। अपने दिमाग को खोलें, अपने अवरोधों को बहाएं, नए दोस्त बनाएं, दुखी लोगों को शांत करें और टूटे हुए रिश्तों को जोड़ें। चंचल बनें लेकिन दूसरों के प्रति भी संवेदनशील रहें। किसी को भी अनावश्यक रूप से परेशान न करें और हमेशा अपने आचरण की देखरेख करें। इस होली में केवल प्राकृतिक रंगों से खेलने का संकल्प लें।

होली पर निबंध (Holi essay in Hindi) - होली से जुड़ी सामाजिक कुरीतियां

होली जैसे धार्मिक महत्व वाले पर्व को भी कुछ असामाजिक तत्व अपने गलत आचरण से प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। कुछ असामाजिक तत्व मादक पदार्थों का सेवन कर आपे से बाहर हो जाते हैं और हंगामा करते नजर आते हैं। कुछ लोग होलिका में टायर जलाते हैं, उनको इस बात का अंदाजा नहीं होता कि इससे वातावरण को बहुत अधिक नुकसान पहुँचता है। कुछ लोग रंग और गुलाल की जगह पर पेंट और ग्रीस लगाने का गंदा काम करते हैं जिससे लोगों को शारीरिक क्षति होने की आशंका रहती है। अगर में होली से इन कुरीतियों को दूर रखा जाए तो होली का पर्व वास्तव में हैप्पी होली बन जाएगा। इसलिए होली में कुरीतियों से बचें और खुशुयों से होली मनाये यह लोगो के बीच एकता और प्यार लाता है। इस लेख में छात्रों को यहा से आप होली पर लॉग निबंध (Long Essay on Holi in Hindi), होली पर निबंध 750 शब्दों में (Essay on Holi in 750 words in Hindi) लिखना सीख सकते है। लिखना सिखाया गया है।

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) - रंगों का त्योहार: होली

होली भारत का एक प्रमुख और रंगारंग त्योहार है जिसे हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार रंगों, मिठाइयों और खुशियों का प्रतीक है। होली का प्रारंभिक उद्देश्य बुराई पर अच्छाई की विजय और प्रेम एवं भाईचारे का संदेश देना है। यह त्योहार हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन यह अब पूरे भारत और दुनिया भर में विभिन्न समुदायों द्वारा मनाया जाता है।

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) - होली का धार्मिक और पौराणिक महत्व:

होली का पर्व पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। इस त्योहार का संबंध प्रह्लाद, हिरण्यकश्यप और होलिका की कथा से है। कथा के अनुसार, हिरण्यकश्यप एक अत्याचारी राजा था जिसने अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की भक्ति करने से रोकने का प्रयास किया। हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका, जिसे अग्नि से अजेयता का वरदान प्राप्त था, की मदद ली। होलिका ने प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहा और होलिका जल गई। इस प्रकार, होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh in Hindi) - होली के त्योहार की तैयारी:

होली के त्योहार की तैयारी कई दिन पहले से शुरू हो जाती है। लोग घरों की साफ-सफाई करते हैं, नए कपड़े खरीदते हैं और विशेष पकवान जैसे गुजिया, पापड़ी, ठंडाई आदि बनाते हैं। होली के दिन से एक दिन पहले होलिका दहन होता है, जिसमें लकड़ियों का ढेर बनाकर होलिका की प्रतिमा का दहन किया जाता है। इस दहन के माध्यम से बुराई का नाश और अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।

होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi) - होली का दिन:

होली के दिन सभी लोग सुबह से ही रंग खेलने की तैयारी में लग जाते हैं। लोग रंग, गुलाल और पानी के रंगों से एक-दूसरे को रंगते हैं। बच्चे पिचकारियों और पानी के गुब्बारों से खेलते हैं। लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाते हैं और रंग-गुलाल से उनका स्वागत करते हैं। इस दिन सभी भेदभाव मिट जाते हैं और हर कोई एक दूसरे के गले लगकर बधाई देता है।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) - होली का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व:

होली का त्योहार सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह त्योहार समाज में एकता, प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देता है। इस दिन सभी लोग अपने आपसी मतभेद भूलकर एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं। होली का पर्व न केवल भारत में बल्कि नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसके अलावा, यह त्योहार भारतीय संस्कृति और परंपराओं का जीवंत उदाहरण है जो पूरी दुनिया में प्रचलित है।

होली पर निबंध (Holi Per Nibandh) - होली के गीत और नृत्य:

होली के मौके पर लोग फागुन के गीत गाते हैं और नृत्य करते हैं। होली के गीतों में राधा-कृष्ण की लीलाओं का वर्णन होता है। विशेषकर ब्रज क्षेत्र में होली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां के लोग फागुन के महीने में रंगों से खेलते हैं और राधा-कृष्ण की होली की झांकी प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा, बॉलीवुड में भी होली पर आधारित कई प्रसिद्ध गीत हैं जो इस त्योहार की खुशी को और बढ़ा देते हैं।

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh in Hindi) - होली के रंगों का महत्व:

होली के रंगों का विशेष महत्व होता है। यह रंग जीवन में खुशियां, समृद्धि और ऊर्जा का प्रतीक हैं। हर रंग का अपना एक विशेष अर्थ होता है। लाल रंग प्रेम और शक्ति का प्रतीक है, हरा रंग समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है, पीला रंग ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है और नीला रंग शांति और विश्वास का प्रतीक है। होली के रंग न केवल हमारे जीवन को रंगीन बनाते हैं, बल्कि यह हमें जीवन की विभिन्न रंगीन पहलुओं को भी सिखाते हैं।

निष्कर्ष:

होली का त्योहार हमारे जीवन में रंगों, खुशियों और प्रेम की महत्ता को दर्शाता है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देता है और हमें एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव रखने की प्रेरणा देता है। होली का पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है जो हमारे समाज को और भी मजबूत और खुशहाल बनाता है। इसलिए, हमें इस त्योहार को पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाना चाहिए और इसके संदेश को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। यहां से आप होली पर लॉग एसे (Long Essay on Holi in Hindi) लिखना सीख सकते है।

होली पर निबंध 10 लाइन (Holi Par Nibandh 10 Lines in Hindi)

होली पर निबंध (Holi Par Nibandh) कुछ लाइनों में लिखने के इच्छुक छात्र इस लेख के माध्यम से होली पर निबंध 10 लाइनों (Holi Par Nibandh 10 Lines in Hindi) में लिखना सीखें।
  1. होली भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है।
  2. होली को रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है।
  3. होली प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मॉस की पूर्णिमा को मनाई जाती है।
  4. इस त्यौहार को प्रह्लाद की याद में मनाया जाता है।
  5. होलिका दहन को अच्छाई की बुराई पर विजय के रूप में जाना जाता है।
  6. होलिका दहन के दिन सभी लोग अपने घरो से 5 लकड़िया, गोबर के उपले और घर में बने कुछ पकवान अग्नि को समर्पित करते है।
  7. होली के दिन सभी लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते है।
  8. इस दिन लोगो के घरो में गुजिया पकोड़े और ढेर सरे पकवान बनते है।
  9. होली त्यौहार को बच्चे बूढ़े सभी बड़े प्यार और स्नेह के साथ मिलकर मनाते है।
  10. हिन्दुओं के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी होली को मनाते हैं।

होली पर निबंध 10 लाइन हिंदी में ( Essay on Holi in 10 Lines Hindi)


ऐसे ही निबंध संबधित अधिक जानकारी और अपडेट के लिए Collegedekho के साथ बने रहें।

हमारे विशेषज्ञ से सहायता प्राप्त करें

Get Counselling from experts, free of cost!

  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy
  • Why register with us?

    Stay up-to date with Exam Notification and NewsGet Exam Date AlertsGet free Sample Papers & Mock TestYou won’t get unwanted calls from third parties
Thank you! Our counsellor will soon be in touch with you to guide you through your admissions journey!
Error! Please Check Inputs

FAQs

भारत में रंगों के साथ होली क्यों मनाई जाती है?

'होली' वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। एक-दूसरे पर रंग फेंकना इस त्यौहार की पहचान है। इसलिए, इसे अक्सर रंगों का त्यौहार कहा जाता है। पौराणिक रूप से, होली राक्षस राजा हिरण्यकश्यप और उसके बेटे प्रह्लाद और बहन होलिका की कथा से जुड़ी है।

होली का त्यौहार कैसे मनाते हैं?

होली में पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है।

होली को रंगो का त्यौहार क्यों कहते है?

होली पर रंग-बिरंगे गुलाल तथा रंगो से होली खेली जाती है इसलिए होली को रंगो का त्यौहार कहा जाता है। 

होली क्यों मनाई जाती है?

कहते हैं कि प्राचीनकाल में हिरण्यकश्यप नामक राजा बड़ा ही अत्याचारी तथा अत्यंत बलशाली असुर राजा था। अपनी शक्ति के मद में चूर होकर वह स्वयं को भगवान मानने लगा। जो अपने को ही भगवान समझता था। उसने सारी प्रजा को आदेश दिया कि सब लोग ईश्वर की आराधना छोड़कर केवल उसी की आराधना किया करें, प्रजा भगवान के स्थान पर उसकी पूजा करती थी,पर उसका बेटा प्रहलाद ईश्वर का अनन्य भक्त था। उसने अपने पिता की बात न मानी, उसने ईश्वर की भक्ति में ही खुदको लीन रखा। पिता के क्रोध की सीमा न रही। हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को मरवाने के बहुत उपाय किए, पर ईश्वर की कृपा से कोई भी उपाय सफल न हो सका। हिरण्यकश्यप की एक बहन थी जिसका नाम था, होलिका। उसे यह वरदान प्राप्त था कि आग उसे जला नहीं सकती। हिरण्यकश्यप की आज्ञा से प्रहलाद को होलिका की गोद में बिठाकर आग लगा दी गई पर ईश्वर की महिमा अपरंपार होती है। प्रहलाद तो बच गया पर होलिका जल गई। इसी घटना की याद में हर साल रात को होलीका जलाई जाती है और अगले दिन रंगों का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

होली का पुराना नाम क्या था?

यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली भारत का अत्यंत प्राचीन पर्व है जो होली, होलिका या होलाका नाम से मनाया जाता था। वसंत की ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के कारण इसे वसंतोत्सव और काम-महोत्सव भी कहा गया है।

होली का मुख्य उद्देश्य क्या है?

यह त्यौहार एकता, प्रजनन अनुष्ठान और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होली सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है जो आने वाला है। यह भारत में मनाया जाने वाला एक पारंपरिक हिंदूवसंत त्योहार है। यह मुख्य रूप से मार्च में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और वसंत के आगमन का जश्न मनाता है।

होली का मुख्य संदेश क्या है?

होलिका दहन से जुड़ी ये कथाएं और मान्यताएं हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है। वहीं इनसे समानता और एकता की शिक्षा भी मिलती है। हिरण्यकश्यपु राक्षसों का राजा था।

होली पर निबंध 100 शब्दों पर कैसे लिखें?

होली का यह पर्व फागुन महीने की पूर्णमासी के दिन होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है। इसके अगले दिन रंगोत्सव यानी रंगों से होली खेलकर उत्सव मनाया जाता है। होली के अवसर पर फाग गाने की भी परंपरा है, जिसमें ढोलक और मंजीरे के साथ गीत गाए जाते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को गुलाल- अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं।

होली का क्या महत्व है?

होली वसंत ऋतु का संदेशवाहक माना जाता है। इसके आलावा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। होली भाईचारे और प्रेम का पर्व भी है। होली के दिन सभी लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाते हैं और मिठाई खिलाते हैं।

होली के बारे में निबंध कैसे लिखें?

होली पर निबंध लिखने के लिए आप प्रस्तावना के साथ शुरू कर सकते हैं।  इसके बाद आप होली का त्यौहार कैसे मनाया जाता है, क्यों मनाया जाता है, कब मनाना जाता है, इसका महत्व और इतिहास के बारे में लिख सकते हैं। जैसे- होली एक प्रमुख हिंदू धार्मिक पर्व है जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति में गहरी रूप से स्थापित है। यह फागुन मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। हर साल होली का आयोजन बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ किया जाता है। इस त्योहार में लोग एक-दूसरे को गुलाल और अबीर लगाते हैं, पानी के रंग उड़ाते हैं और मिठाई खाते हैं।

सम्बंधित आर्टिकल्स

ट्रेंडिंग आर्टिकल्स

सबसे पहले जाने

लेटेस्ट अपडेट प्राप्त करें

Stay updated on important announcements on dates, events and notification

  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy
  • Why register with us?

    Stay up-to date with Exam Notification and NewsGet Exam Date AlertsGet free Sample Papers & Mock TestYou won’t get unwanted calls from third parties
Thank You! We shall keep you posted on the latest updates!
Error! Please Check Inputs

Related Questions

Best specialisations of MBA : Please tell me what is the best specialisations of mba for future and in which specialisations i can get a better job with high salary and with career growth

-AdminUpdated on November 21, 2025 04:11 PM
  • 88 Answers
sampreetkaur, Student / Alumni

For a future oriented MBA with strong salary potential and career growth the best specializations include data analytics, finance / investment banking, and international business, as these fields offer high demand, global roles, and impressive pay packages. marketing and operations are also promising , especially with the rise of digital and e-commerce industries.

READ MORE...

Beachler of pharmacy : I want to know about b.pharma??? Admission and fee structure.....

-AdminUpdated on November 21, 2025 04:05 PM
  • 121 Answers
sampreetkaur, Student / Alumni

For a future oriented MBA with strong salary potential and career growth the best specializations include data analytics, finance / investment banking, and international business, as these fields offer high demand, global roles, and impressive pay packages. marketing and operations are also promising , especially with the rise of digital and e-commerce industries.

READ MORE...

How is Lovely Professional University for Engineering?

-Updated on November 21, 2025 04:14 PM
  • 107 Answers
sampreetkaur, Student / Alumni

For a future oriented MBA with strong salary potential and career growth the best specializations include data analytics, finance / investment banking, and international business, as these fields offer high demand, global roles, and impressive pay packages. marketing and operations are also promising , especially with the rise of digital and e-commerce industries.

READ MORE...

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

  • 24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

  • व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

  • बिना किसी मूल्य के

  • समुदाय तक पहुंचे

नवीनतम आर्टिकल्स

Talk To Us

  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy
  • Why register with us?

    Stay up-to date with Exam Notification and NewsGet Exam Date AlertsGet free Sample Papers & Mock TestYou won’t get unwanted calls from third parties
Thank you for reaching out to our expert! Based on your prefered exam, we have a list of recommended colleges for you. Visit our page to explore these colleges and discover exciting opportunities for your college journey.
Error! Please Check Inputs