क्या अच्छी जॉब पाने के लिए कॉलेज डिग्री होना जरुरी है? अच्छी जॉब पाने के लिए कॉलेज डिग्री कई क्षेत्रों में ज़रूरी होती है जैसे डॉक्टर, इंजीनियर या वकील, लेकिन कुछ फील्ड्स जैसे डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग और कंटेंट राइटिंग में स्किल्स से भी अच्छी नौकरी मिल सकती है।

क्या अच्छी जॉब पाने के लिए कॉलेज डिग्री होना ज़रुरी है? (Do You Need to Have a College Degree to get a Good Job?): कॉलेज में एडमिशन लेते समय अधिकतम उम्मीदवारों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या अच्छी जॉब पाने के लिए कॉलेज डिग्री होना जरूरी है? (Is it necessary to have a college degree to get a good job?) इस प्रश्न का कोई एक सीधा जवाब नहीं है, क्योंकि यह पूरी तरह से आपके द्वारा चुनी गई फील्ड और आपकी स्किल्स पर निर्भर करता है। विश्वभर में डॉक्टर, इंजीनियर या वकील बनने के लिए कॉलेज की डिग्री (College degree) ज़रूरी होती है, वहीं दूसरी ओर डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग या कंटेंट राइटिंग जैसे क्षेत्रों में आप बिना ग्रेजुएशन के भी सफल हो सकते हैं। क्या अच्छी जॉब पाने के लिए कॉलेज डिग्री होना ज़रुरी है? (Do You Need to Have a College Degree to get a Good Job?) पर विस्तृत डिटेल्स यहां देखें।
स्किल बेस्ड करियर का बढ़ता ट्रेंड (The Growing Trend of Skill Based Career)
पिछले कुछ वर्षों में स्किल बेस्ड करियर का ट्रेंड तेज़ी से बढ़ रहा है जिसकी वजह से डिग्री की बजाय स्किल्स की मांग बढ़ गई है। टेक्नोलॉजी, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफ़िक डिज़ाइन, वीडियो एडिटिंग, UI/UX, डाटा एनालिटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, कंटेंट क्रिएशन जैसे कई सेक्टर में सिर्फ स्किल ही काम आती हैं। यही वजह है कि Google, Meta, Deloitte आदि कंपनियां स्किल बेस्ड हायरिंग पर ज़ोर देती हैं। छात्र नीचे स्किल बेस्ड करियर की लिस्ट देख सकते हैं।स्किल बेस्ड करियर उनके रोल्स के साथ इस टेबल में देखें:
| स्किल-बेस्ड करियर | पॉपुलर रोल / सब-स्किल्स |
|---|---|
| डिजिटल मार्केटिंग | एसईओ, सोशल मीडिया, गूगल ऐड्स, ईमेल मार्केटिंग |
| ग्राफिक डिज़ाइनिंग | लोगो डिज़ाइन, ब्रांडिंग, पोस्टर डिज़ाइन |
| UI/UX डिज़ाइनिंग | वायरफ्रेमिंग, प्रोटोटाइपिंग, यूज़र रिसर्च |
| वेब डेवलपमेंट | फ्रंटएंड, बैकएंड, फुल स्टैक |
| ऐप डेवलपमेंट | एंड्रॉइड, आईओएस, रिएक्ट नैटिव / फ्लटर |
| डेटा एनालिटिक्स | एक्सेल, एसक्यूएल, पावर बीआई, टैब्लो |
| साइबर सिक्योरिटी | एथिकल हैकिंग, पेन टेस्टिंग, सिक्योरिटी एनालिस्ट |
| कंटेंट राइटिंग | ब्लॉग राइटिंग, कॉपीराइटिंग, टेक्निकल राइटिंग |
| वीडियो एडिटिंग | यूट्यूब एडिटिंग, रील्स एडिटिंग, मोशन ग्राफिक्स |
| फोटोग्राफी / वीडियोग्राफी | प्रोडक्ट शूट्स, इवेंट्स, सिनेमैटोग्राफी |
| सोशल मीडिया मैनेजमेंट | स्ट्रेटेजी, कंटेंट कैलेंडर, ग्रोथ |
| सेल्स एंड लीड जनरेशन | टेली-सेल्स, बी2बी सेल्स, सीआरएम टूल्स |
| क्लाउड कंप्यूटिंग / डेवऑप्स | एडब्ल्यूएस, अजूर, डॉक़र, क्यूबरनेट्स |
| UI/UX रिसर्च स्पेशलिस्ट | यूज़र टेस्टिंग, यूज़ेबिलिटी टेस्टिंग |
| फिटनेस ट्रेनर / योगा इंस्ट्रक्टर | पर्सनल ट्रेनिंग, ऑनलाइन कोचिंग |
| मेकअप आर्टिस्ट / हेयर स्टाइलिस्ट | ब्राइडल मेकअप, हेयर स्टाइलिंग |
| स्टॉक मार्केट एंड ट्रेडिंग | टेक्निकल एनालिसिस, ऑप्शंस ट्रेडिंग |
| ब्लॉगिंग / अफिलिएट मार्केटिंग | एसईओ ब्लॉगिंग, अफिलिएट पार्टनरशिप्स |
| लैंग्वेज ट्रांसलेटर | इंग्लिश-हिंदी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी |
| कस्टमर सपोर्ट / टेक सपोर्ट | चैट सपोर्ट, कॉल सपोर्ट, आईटी सपोर्ट |
डिग्री Vs स्किल्स (Degree Vs Skills) - क्या ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट है?
डिग्री वर्सिज़ स्किल्स में डिग्री और स्किल्स दोनों ही अपनी एक अलग जगह रखती हैं। डिग्री से नेटवर्किंग, कैंपस प्लेसमेंट और प्रोफेशनल सर्किल बनता है और वहीँ स्किल्स आपकी क़ाबिलियत का प्रमाण देती है। आज की तारीख में डिग्री की बजाय स्किल्स को ज़्यादा महत्व दिया जा रहा है। अगर किसी के पास डिग्री है और स्किल्स नहीं तो उसे नौकरी पाने में मुश्किल हो सकती है लेकिन जिसके पास स्किल्स हैं वह एक मज़बूत करियर बना सकता है।
उम्मीदवार नीचे दी गई टेबल में डिग्री और स्किल्स के महत्व को आसानी से समझ सकते हैं:
| पॉइंट | डिग्री | स्किल्स |
|---|---|---|
| महत्व | कुछ प्रोफेशन में अनिवार्य (जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, लॉ) | लगभग हर इंडस्ट्री में ज़रूरी |
| सीखने का तरीका | थ्योरी-बेस्ड, क्लासरूम लर्निंग | प्रैक्टिकल, हैंड्स-ऑन, रियल वर्क |
| समय अवधि | 3–5 साल लगते हैं | कुछ हफ़्तों–महीनों में सीखा जा सकता है |
| खर्च | कॉलेज फीस ज़्यादा | कई स्किल्स कम खर्च या फ्री |
| जॉब अवसर | डिग्री-डिपेंडेंट सेक्टर में | स्किल-बेस्ड रोल्स कहीं ज़्यादा |
| इंडस्ट्री की डिमांड | बदलते समय में कम होती जा रही | डिमांड तेज़ी से बढ़ रही |
| फ्रीलांसिंग अवसर | लगभग नहीं | बहुत ज़्यादा (IT, डिजाइन, एडिटिंग आदि) |
| प्रमोशन / ग्रोथ | धीमी, अनुभव पर निर्भर | तेज़, स्किल अपग्रेडिंग से बढ़त |
ये भी पढ़ें-
कॉलेज डिग्री के फायदे (Benefits of a College Degree in Hindi)
कॉलेज डिग्री होने से उम्मीदवार को कई फायदे मिलते हैं। भारत में अधिकतर सरकारी और प्राइवेट नौकरियों के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री कम्पलसरी होती है। निम्नलिखित टेबल में कॉलेज डिग्री के बेनिफिट्स के बारे में पढ़ें:
- जॉब के चांस: अधिकतम कंपनियाँ डिग्री वाले उम्मीदवारों को ही नौकरी देती हैं
- अधिक सैलरी: डिग्री होल्डर्स को 20 से 25 प्रतिशत अधिक सैलरी मिलती है
- स्किल्स डेवलपमेंट: कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ कम्युनिकेशन और टीमवर्क जैसी स्किल्स भी सिखाई जाती हैं, जिससे उम्मीदवार में आत्मविश्वास बढ़ता है
ऐसे ही कंटेंट के लिए CollegeDekho के साथ बने रहें।
Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?
Say goodbye to confusion and hello to a bright future!
FAQs
कॉलेज की डिग्री से उम्मीदवार के जॉब मिलने के अवसर अधिक हो जाते हैं।
बिना कॉलेज डिग्री के भी सरकारी नौकरी में कई विकल्प उपलब्ध हैं:
- रेलवे ग्रुप डी
- डाक विभाग
- SSC CHSL
- पुलिस कांस्टेबल
- इंडियन आर्मी आदि
हाँ, आईटीआई, पॉलिटेक्निक या अन्य स्किल बेस्ड कोर्सेज करके आप एक अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
क्या यह लेख सहायक था ?



















समरूप आर्टिकल्स
कमर्शियल पायलट कैसे बनें? (How to Become a Commercial Pilot?) - यहां डिटेल में जानें
एमपीपीएससी रिजल्ट 2026 (MPPSC Result 2026 in Hindi): डायरेक्ट लिंक, रिजल्ट चेक करने के स्टेप्स जानें
एमपीपीएससी एग्जाम डेट 2026 (MPPSC Exam Date 2026 in Hindi): एग्जाम डेट और कैलेंडर डाउनलोड करने के स्टेप्स
दिल्ली पॉलिटेक्निक एडमिशन मेरिट लिस्ट 2026 (Delhi Polytechnic Admission Merit List 2026 in Hindi)
हरियाणा बी.एड मेरिट लिस्ट 2026 (Haryana B.Ed Merit List 2026 in Hindi)
डीयू से डिस्टेंस एजुकेशन (Distance Education from DU): कोर्सेस, फीस, एलिजबिलिटी और प्रोसेस