
12वीं क्लास में 95+ मार्क्स कैसे प्राप्त करें (How to Score 95+ in Class 12 In Hindi)? - यह लगभग हर उस छात्र के लिए एक सामान्य प्रश्न है जो आगामी 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। चूँकि बोर्ड परीक्षाएँ नज़दीक आ रही हैं, इसलिए छात्रों के लिए एग्जाम से पहले घबराहट या घबराहट होना स्वाभाविक है। राज्य और केंद्रीय बोर्डों सहित लगभग सभी बोर्डों ने 12वीं क्लास की डेटशीट पहले ही जारी कर दी है। 12वीं क्लास की बोर्ड एग्जाम हर छात्र के करियर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव मानी जाती है क्योंकि यह उसके भविष्य का निर्धारण करती है। 12वीं क्लास की बोर्ड एग्जाम में अच्छे मार्क्स प्राप्त करने से छात्रों के लिए अपनी च्वॉइस के अनुसार करियर विकल्प चुनने के कई रास्ते खुलेंगे।
क्लास 12 की बोर्ड परीक्षाएँ फ़रवरी से शुरू होकर अप्रैल, 2026 को समाप्त होंगी। 90 प्रतिशत से अधिक मार्क्स प्राप्त करने के लिए, छात्रों को कड़ी मेहनत, अतिरिक्त प्रयास और लंबे समय तक पढ़ाई करनी होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है और हर कोई भीड़ से अलग दिखना चाहता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना चाहिए कि केवल कड़ी मेहनत से काम नहीं चलेगा। बोर्ड एग्जाम की तैयारी के लिए स्मार्ट वर्क और परिणाम-उन्मुख रणनीतियों की भी आवश्यकता होती है। छात्र अंतिम परीक्षाओं की तैयारी को बेहतर बनाने और क्लास 12 में 95 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त करने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित सुझावों और युक्तियों का पालन कर सकते हैं:
क्लास 12 में 95 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त करने के टिप्स (Tips to Score 95 Percent in Class 12 In Hindi)
अच्छे मार्क्स प्राप्त करने से न केवल आपके करियर के अच्छे अवसर निर्धारित होंगे, बल्कि आपको अपने पसंदीदा कॉलेज या संस्थान में सीट पाने के लिए संघर्ष से भी मुक्ति मिलेगी। क्लास 12वीं की बोर्ड एग्जाम में 95% मार्क्स प्राप्त करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
1. एक उचित स्टडी शेड्यूल बनाएं
सभी विषयों को समान समय देते हुए, अच्छी तरह से अध्ययन करने के लिए एक प्रभावी योजना बनाएँ। कठिन अध्यायों से शुरुआत करें। लंबे समय तक पढ़ाई करने से बचें। ऐसा समय चुनें जब आप अधिक सहज और तरोताजा महसूस करें। पढ़ाई के बीच में 40-50 मिनट के छोटे-छोटे ब्रेक लें क्योंकि इससे आपके दिमाग को ऊर्जा मिलेगी। पढ़ाई के लिए आदर्श समय प्रतिदिन 8 से 9 घंटे है।
2. अपने सिलेबस को अच्छी तरह जानें
प्रत्येक विषय के सिलेबस से अच्छी तरह परिचित हो जाएँ और शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से ही अपनी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दें। साथ ही, एग्जाम पैटर्न और मार्किंग स्कीम पर भी ध्यान दें क्योंकि इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि एग्जाम में कौन से खंड सबसे ज़्यादा अंक लाएँगे। दिखावटी अध्ययन से बचें, क्योंकि हर टॉपिक का महत्व समान होगा, चाहे वह कोई भी विषय हो। एक बार में एक टॉपिक/ अध्याय पढ़ने का प्रयास करें। इससे आपको टॉपिक्स की बेहतर समझ होगी।
3. नोट्स तैयार करने की आदत डालें
किसी भी अध्याय का अध्ययन करते समय, सभी महत्वपूर्ण परिभाषाएँ, सूत्र, नियम, प्रमेय या कोई भी अन्य हाइलाइट की गई जानकारी नोट कर लें। इससे आपको एग्जाम से पहले रिवीजन करने में मदद मिलेगी। महत्वपूर्ण बिंदुओं को किताब में ढूँढ़ने के बजाय, आप उन्हें अपने तैयार किए गए नोट्स में आसानी से ढूँढ़ सकते हैं।
4. रिविजन आवश्यक है
आपने जो भी अध्याय या टॉपिक पूरा कर लिया है, अगले अध्याय/टॉपिक पर जाने से पहले उसका रिवीजन कर लें। रिवीजन एग्जाम की तैयारी का एक अभिन्न अंग है क्योंकि इससे आपकी याददाश्त मज़बूत होगी। अगर आप टॉपिक्स का रिवीजन नहीं करेंगे, तो एग्जाम से पहले आप ज़्यादातर चीज़ें भूल जाएँगे।
5. जितना संभव हो उतने सैंपल पेपर हल करें
एग्जाम में बैठने से पहले क्लास 12वीं के सिलेबस को पूरा करना ही काफी नहीं है। जितना हो सके पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों या सैंपल पेपर्स का अभ्यास करें। उन्हें निर्धारित समय में हल करने का प्रयास करें। इससे आपको एग्जाम से पहले वास्तविक समय का अनुभव मिलेगा। आप समय प्रबंधन के बारे में भी सीखेंगे। कुल मिलाकर, इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
6. सेल्फ-इवैल्यूएशन के लिए समय निकालें
स्व-अध्ययन या सेल्फ-इवैल्यूएशन भी एग्जाम की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपको अपनी गलतियों का इवैल्यूएशन स्वयं करना चाहिए। आपकी गलतियों का एहसास किसी और को उतना नहीं होगा जितना आपको खुद का होता है। इसलिए, अपना आकलन करें और उसके अनुसार काम करें।
7. अपनी कमजोरियों को जानें
अगर आप बोर्ड एग्जाम में 95 प्रतिशत मार्क्स लाना चाहते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि आप कहाँ पिछड़ रहे हैं और आपकी कमियाँ क्या हैं। चाहे वह कोई अध्याय हो या कोई विषय जिसमें आप कमज़ोर हों, आपको उस पर ज़्यादा से ज़्यादा समय देना चाहिए। अगर आप डर के मारे उसे नज़रअंदाज़ कर देंगे, तो आपको ऐसे नतीजे मिल सकते हैं जिनकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
8. उचित टेक्स्टबुक का पालन करना सुनिश्चित करें
आपको अपने बोर्ड द्वारा निर्धारित प्रत्येक विषय के लिए उचित टेक्स्टबुक और रेफ़्रेन्स बुक्स का पालन करना चाहिए। एक विषय के लिए कई पुस्तकों का रेफ़्रेन्स लेकर अपना समय बर्बाद न करें। अपने बोर्ड या विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित पुस्तकों का ही पालन करें।
9. देर रात तक पढ़ाई करने से बचें
एग्जाम के दौरान या उससे पहले देर रात तक पढ़ाई करने से बचें। इससे आपकी एकाग्रता और दिमागी कार्यप्रणाली पर असर पड़ेगा। साथ ही, यह आपके सामान्य स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुँचा सकता है।
10. ग्रुप स्टडी करें
समूह अध्ययन आपको अपनी समस्याओं को सुलझाने में मदद करेगा। अगर आपको किसी प्रश्न या प्रश्न को हल करने या समझने में कोई समस्या आ रही है, तो आप इसे अपने साथियों के साथ साझा कर सकते हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं, और आप भी ऐसा ही कर सकते हैं। परिणामस्वरूप, आप अधिक आत्मविश्वास और उत्साह महसूस करेंगे।
क्लास 12 में 95+ मार्क्स प्राप्त करने के लिए सब्जेक्ट-वाइज सुझाव (Subject-Wise Tips to Score 95+ in Class 12 In Hindi)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार की गई विषयों की सूची के अनुसार, क्लास 12 की एग्जाम के लिए विषयों का चयन छात्रों पर निर्भर करता है। नीचे हम सिलेबस में शामिल कुछ मुख्य विषयों के लिए सब्जेक्ट वाइज कुछ सुझाव और ट्रिक्स साझा कर रहे हैं जिनका पालन करके छात्र इस वर्ष अपनी परीक्षाओं में 95% से अधिक मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं:
गणित (Mathematics)
- लेटेस्ट एग्जाम पैटर्न से परिचित रहें। सीबीएसई ने हाल ही में प्रश्नपत्र के प्रारूप में बदलाव किए हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप उनसे अवगत हैं।
- सर्वोत्तम सहायक पुस्तकें एकत्र करें। छात्र लेटेस्ट अध्ययन सामग्री और मॉडल टेस्ट पेपर डाउनलोड करने के लिए ऑफिशियल सीबीएसई शैक्षणिक वेबसाइट की मदद ले सकते हैं। यदि आपके पास कोई विश्वसनीय रेफ़्रेन्स है, तो आप एग्जाम की तैयारी आसानी से कर पाएँगे।
- अपने कांसेप्ट को स्पष्ट करें। प्रैक्टिस या किसी भी मार्क्स पर आगे बढ़ने से पहले अपनी अवधारणाओं को स्पष्ट करके सुनिश्चित करें कि आप अपनी तैयारी के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर रहे हैं।
- अपने साथियों के साथ अध्ययन करें। जब आप किसी समूह के साथ अध्ययन करते हैं, तो आप उन्हें विभिन्न अवधारणाओं को समझाने में सक्षम होते हैं, जिससे आपको अपनी अवधारणाओं को आसानी से दोहराने में मदद मिलती है।
- टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें। गणित में 95% से अधिक मार्क्स प्राप्त करने के लिए टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है, क्योंकि यह एक लंबा विषय हो सकता है।
रसायन विज्ञान (Chemistry)
- अपने कांसेप्ट को स्पष्ट करने के लिए एनसीईआरटी पर ध्यान केंद्रित करें। रसायन विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए एनसीईआरटी सबसे अच्छे संसाधन हैं।
- एक अध्ययन समय सारिणी बनाएँ जिसका पालन आप अपनी तैयारी के पूरे दिन कर सकें। समय पर अपना सिलेबस पूरा करने के लिए समय सारिणी का पालन करना सुनिश्चित करें।
- अच्छे मार्क्स पाने के लिए प्रैक्टिकल्स को नज़रअंदाज़ करने के बजाय, उनके लिए खुद को तैयार करें। बिना उचित योजना के प्रैक्टिकल्स के दौरान ग़लतियाँ करना बहुत आसान है।
- प्रारूप और सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नों को समझने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों का रेफ़्रेन्स लें। इससे आपको आत्मविश्वास प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
- डायग्राम को महत्व दें और कुछ अतिरिक्त मार्क्स प्राप्त करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, डायग्राम बनाना सुनिश्चित करें।
भौतिक विज्ञान (Physics)
- भौतिकी का बेसिक कॉन्सेप्ट की स्पष्टता है ताकि आप प्रत्येक अध्याय को उत्साहपूर्वक समझ सकें। क्लास समाप्त होने से ठीक पहले अपनी शंकाओं का सलूशन कर लें।
- बोरिंग टॉपिक्स को रोचक एप्रोच से समझने के लिए यूट्यूब की मदद लें।
- सीबीएसई या अपने बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर का रेफ़्रेन्स लें।
- अपनी कमजोरियों को समझें और सिलेबस में शामिल विभिन्न यूनिट के लिए उपलब्ध ऑनलाइन मॉक टेस्ट की मदद से उन पर काम करने का प्रयास करें।
- अंत में, डायग्राम पर सक्रिय रूप से काम करें। बेहतर मार्क्स पाने के लिए लंबे पैराग्राफ के बजाय पॉइंटर्स में उत्तर लिखने का प्रयास करें।
जीवविज्ञान (Biology)
- प्रैक्टिकल की तैयारी करना न भूलें क्योंकि बायोलॉजी के लिए ये काफी कठिन हो सकते हैं। अपनी प्रैक्टिकल फाइलें समय पर पूरी करें और अपना प्रोजेक्ट जमा करें।
- आरेखों पर विशेष ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि आप अपने आरेखों को सही ढंग से लेबल करके बनाएं ताकि आपको पूर्ण मार्क्स प्राप्त हो सकें।
- लंबे उत्तरों को पैराग्राफ में लिखने से बचें और बिंदुओं में लिखें ताकि उत्तर अधिक स्पष्ट लगे।
- एग्जाम से ठीक पहले विशेष शब्दों और परिभाषाओं को दोहराने के लिए हमेशा नोटबुक में अलग से न लिखें।
- कठिन टॉपिक्स को आसानी से समझने के लिए आप यूट्यूब या किसी अन्य प्लेटफ़ॉर्म की मदद ले सकते हैं। अपने साथियों के साथ सीखने के लिए ग्रुप स्टडी में भाग लें।
अकाउंटेंसी (Accountancy)
- अकाउंटेंसी में, आसानी से रिजल्ट तक पहुंचने के लिए अपने कैलकुलेशन स्किल को निखारना महत्वपूर्ण है।
- विभिन्न अवधारणाओं का आसानी से प्रैक्टिस करने के लिए टीएस ग्रेवाल या डीके गोयल जैसी अच्छी रेफ़्रेन्स बुक्स लें।
- किसी भी बेसिक कांसेप्ट को न भूलने के लिए नियमित रूप से रिवीजन करें।
- एग्जाम के दौरान, प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उन तालिकाओं को समझें जिन्हें आपको बनाने की आवश्यकता है।
- निष्कर्ष पर पहुँचते समय अपना पूरा रफ वर्क दिखाना न भूलें ताकि परीक्षकों से आपको पूरे मार्क्स मिल सकें।
अर्थशास्त्र (Economics)
- अर्थशास्त्र में, सबसे पहले डिमांड एंड सप्लाई को पूरा करना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका बहुत महत्व है।
- बार ग्राफ और वक्र सहित डायग्राम पर काम करें क्योंकि यह 5 मार्क्स का प्रश्न हो सकता है।
- प्रश्न पत्र के फॉर्मेट से परिचित होने के लिए अपने बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध नमूना पत्रों को पूरा करने का प्रयास करें।
- अर्थशास्त्र में कुछ मार्क्स भी सिलेबस में शामिल किए जाएंगे, इसलिए अपने शिक्षकों की मदद से उनका अभ्यास अवश्य करें।
- अंत में, अपना पेपर पूरा करने के बाद अपने द्वारा लिखे गए सभी उत्तरों की रिव्यु करें, विशेष रूप से वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों के लिए।
अंग्रेज़ी (English)
- भाषा के प्रश्नपत्रों के लिए, एग्जाम में शामिल होने वाले सभी महत्वपूर्ण अध्यायों और व्याकरण को पहले नोट कर लें।
- अपनी सभी व्याकरण संबंधी कॉन्सेप्ट को स्पष्ट करें। इससे आपको पेपर के व्याकरण में अच्छे मार्क्स प्राप्त करने में मदद मिलेगी और साथ ही लेखन में भी मदद मिलेगी।
- लेखन पर विशेष ध्यान दें। अपने निबंधों को एक साथ लंबा-चौड़ा लिखने के बजाय, पैराग्राफ में लिखें। पत्रों के लिए, सरल और छोटा मुख्य भाग चुनें।
- साहित्य में प्रश्नों के उत्तर लिखते समय, सुनिश्चित करें कि आपके उत्तर सटीक और संक्षिप्त हों।
- अंत में, पेपर के अंत में, व्याकरण सेक्शन और पढ़ने के दौरान आपके द्वारा लिखे गए उत्तरों की रिव्यु करें।
एग्जाम के दौरान सुझाव (Tips During the Exam In Hindi)
छात्र पेपर लिखते समय निम्नलिखित सुझावों का पालन कर सकते हैं ताकि वे अपने पेपर को बेहतर बना सकें और बेहतर अंक प्राप्त कर सकें। ये सुझाव आपको अपने पेपर को और भी बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने में मदद करेंगे:
- प्रश्नों के उत्तर देते समय, प्रस्तुति पर ध्यान दें। सुनिश्चित करें कि आपकी उत्तर पुस्तिका साफ़-सुथरी हो। महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेखांकित करें और सभी पेज पर हाशिये पर जगह दें।
- आसान प्रश्नों के उत्तर पहले लिखें, इससे आपको अपने उत्तरों पर पूरा भरोसा होगा। कठिन प्रश्नों के उत्तर आप बाद में लिख सकते हैं।
- कठिन प्रश्नों पर समय बर्बाद न करें। अगर आपको अपने उत्तर पर यकीन नहीं है, तो उसी में उलझे न रहें। अगर एग्जाम के अंत में आपके पास समय हो, तो आप उस पर सोच सकते हैं।
- अंतिम क्षणों को केवल रिव्यु के लिए रखें। अंतिम 10-15 मिनट केवल आंसर शीट के रिव्यु के लिए रखें।
- उत्तरों के साथ डायग्राम भी बनाएँ। अपनी आंसर शीट को डायग्राम की सहायता से रोचक बनाने का प्रयास करें।
पिछले वर्ष के प्रश्नों को हल करने की भूमिका (Role of Solving Previous Year Questions In Hindi)
आगामी सीबीएसई क्लास 12वीं एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को पता होना चाहिए कि पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सीबीएसई क्लास 12वीं के पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करने के महत्व को जानने के लिए आप नीचे दिए गए बिंदुओं पर गौर कर सकते हैं:- एग्जाम पैटर्न को समझना: आपको एग्जाम के वर्तमान प्रारूप, विभिन्न अनुभागों में मार्किंग स्कीम और पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार का अवलोकन मिलेगा।
- महत्वपूर्ण टॉपिक्स की पहचान करना: हल करना पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों से यह जानने का मौका मिलेगा कि महत्वपूर्ण अध्याय और टॉपिक्स क्या हैं और उसके आधार पर आप तदनुसार ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
- सेल्फ-इवैल्यूएशन और अपडेट: प्रश्न पत्रों के माध्यम से, आप अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानें, जिससे आप अपडेट की आवश्यकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
- टाइम मैनेजमेंट का प्रैक्टिस करें: समयबद्ध परिस्थितियों में पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करने से आपको वास्तविक एग्जाम के लिए प्रभावी समय प्रबंधन स्ट्रेटजी विकसित करने में मदद मिलती है।
- वास्तविक एग्जाम प्रश्नों के साथ प्रैक्टिस करें: ये पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र वास्तविक एग्जाम परिदृश्य का अनुभव प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को प्रश्नों की भाषा और जटिलता से परिचित होने में मदद मिलती है।
रिवीजन का महत्व (Importance of Revision In Hindi)
क्लास 12वीं की एग्जाम में 95% या उससे अधिक मार्क्स प्राप्त करने के लिए छात्रों के लिए रिवीजन एक और प्रभावी तैयारी उपकरण है। रिवीजन के माध्यम से, आप पहले से पढ़ी गई अवधारणाओं की रिव्यु और रिवीजन कर सकते हैं। रिवीजन के कुछ महत्व इस प्रकार हैं:
- सीखने को सुदृढ़ करना: यह प्रोसेस आपको सीखने को सुदृढ़ करने और अल्पकालिक ज्ञान को दीर्घकालिक स्मृति में परिवर्तित करने में सक्षम बनाती है।
- लेखन में इम्प्रूव होगा: रिवीजन करने से आप उन क्षेत्रों की पहचान कर पाएंगे जहां आपको अपडेट की आवश्यकता है, और यह सुनिश्चित होगा कि लिखते समय आपके विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त हों।
- परीक्षाओं की तैयारी: कुल मिलाकर, रिवीजन आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है और साथ ही आपके मज़बूत और कमज़ोर पहलुओं की पहचान करने में भी मदद करता है। इससे आपको परीक्षाओं के लिए ज़्यादा आत्मविश्वास और तैयारी महसूस करने में मदद मिलती है।
यह समझना ज़रूरी है कि किसी भी बोर्ड एग्जाम में 95% से ज़्यादा मार्क्स पाने के लिए, आपको किसी भी एवरेज छात्र से ज़्यादा मेहनत करनी होगी। कड़ी मेहनत के साथ-साथ, यह भी सुनिश्चित करें कि आप स्मार्ट तरीके से पढ़ाई कर रहे हैं और इंटरनेट या बाहर उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं। पुरानी किताबों से उधार लेने के बजाय, लेटेस्ट साइड बुक्स देखें क्योंकि सीबीएसई और कई अन्य प्रमुख राज्य बोर्डों ने सिलेबस में कई नए बदलाव किए हैं। ऑफिशियल वेबसाइटों से लेटेस्ट मॉडल पेपर डाउनलोड करें और अपनी सिलेबस एग्जाम पूरी करने के बाद उन्हें सक्रिय रूप से हल करें ताकि आसानी से रिवीज़न किया जा सके। कठिन कांसेप्ट को समझने के लिए यूट्यूब और अन्य प्लेटफ़ॉर्म की मदद ज़रूर लें।
Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?
Say goodbye to confusion and hello to a bright future!
FAQs
हाँ, क्लास 12वीं की बोर्ड एग्जाम में 95% अंक एक उत्कृष्ट अंक माना जाएगा। यह असाधारण शैक्षणिक प्रदर्शन का प्रतीक है और टॉप कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एडमिशन पाने की आपकी संभावनाओं को काफ़ी हद तक बढ़ाता है, खासकर प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए। इसे व्यापक रूप से एक बहुत अच्छी उपलब्धि माना जाता है।
मूल्यांकन वर्ष 2023-24 में, सीबीएसई 12वीं की एग्जाम में कुल 1.16 लाख छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए और 24,068 छात्रों ने 95+ प्रतिशत अंक प्राप्त किए। 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों में से 262 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीएसडब्ल्यूएन) श्रेणी से हैं। सीएसडब्ल्यूएन श्रेणी के 43 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
15 दिनों में 12वीं की बोर्ड एग्जाम में 95% या उससे अधिक अंक प्राप्त करना काफी चुनौतीपूर्ण और अवास्तविक है। यह आपकी प्रभावी अध्ययन तकनीक, वर्तमान तैयारी के स्तर और विषय की कठिनाई पर निर्भर करेगा। यथार्थवादी होना और मुख्य अवधारणाओं की स्पष्ट समझ पर ध्यान केंद्रित करना बहुत ज़रूरी है।
आप रोज़ाना 8-9 घंटे पढ़ाई कर सकते हैं। हालाँकि, एग्जाम से पहले, आप अपनी पढ़ाई के घंटे कम कर सकते हैं और प्रश्नपत्र हल करने पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
हाँ। 100% अंक पाने के लिए ज़्यादा ध्यान और दृढ़ संकल्प की ज़रूरत होगी। अगर आप किसी चीज़ के प्रति समर्पित हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है।
आपको विषय या टॉपिक का अभ्यास, हल या अध्ययन जारी रखना चाहिए। जिन क्षेत्रों में आपको समस्याएँ आ रही हैं, उन पर अपने शिक्षकों या विशेषज्ञों से चर्चा करें।
जी हाँ, परीक्षक पर सबसे पहला प्रभाव आपकी उत्तर पुस्तिकाओं का पड़ेगा। अगर परीक्षक को साफ़-सुथरी और सही उत्तर पुस्तिका दिखे, तो ज़्यादा अंक मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
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