- क्या बीटेक के बाद पीएचडी संभव है? (Is PhD after …
- बी.टेक के बाद पीएचडी का ओवरव्यू (Overview of PhD after …
- भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए एलिजिबिलिटी (Eligibility …
- बी.टेक के लिए पीएचडी हेतु इम्पोर्टेन्ट डाक्यूमेंट (Documents Required for …
- भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए आवेदन कैसे …
- बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process …
- भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए टॉप कॉलेज …
- Faqs

भारत में
बी.टेक के बाद पीएचडी (PhD After B.Tech in Hindi)
करने से एडवांस रिसर्च के लिए कई अवसर खुलते हैं।
बी.टेक कोर्स
में ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों के लिए पीएचडी एडवांस रिसर्च प्रॉस्पेक्ट से एक अच्छा विकल्प है। बी.टेक के बाद एडमिशन लेने के लिए इंटीग्रेटेड पीएचडी से डायरेक्ट एडमिशन मिल सकता है तथा सुपरवाइजर या फैकल्टी की रिकमेन्डेशन से भी मिल सकता है। NIT अरुणाचल प्रदेश और IIT रोपड़ जैसे कॉलेज
भारत में बी.टेक के बाद डायरेक्ट पीएचडी
प्रदान करने वाले कॉलेजों की लिस्ट में केवल दो नाम हैं।
बी.टेक के बाद पीएचडी (PhD After B.Tech in Hindi)
करने के बारे में अधिक जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
यह भी पढ़ें:
डायरेक्ट बी.टेक एडमिशन 2026 | IIT बी.टेक फीस स्ट्रक्चर 2026 |
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क्या बीटेक के बाद पीएचडी संभव है? (Is PhD after BTech Possible?)
हाँ, बी.टेक के बाद पीएचडी (PhD After B.Tech in Hindi) करना वास्तव में संभव है। भारत और विदेशों में कई यूनिवर्सिटीज़ STEM या अन्य क्षेत्रों में बैचलर्स डिग्री वाले छात्रों के लिए यह विकल्प प्रदान करते हैं। एडमिशन पाने के लिए एक लंबी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। बी.टेक के बाद पीएचडी (PhD After B.Tech) में एडमिशन पाने के लिए आप 2 रस्ते अपना सकते हैं: बी.टेक के बाद डायरेक्ट पीएचडी करना या ऐकडेमिक फैकल्टी से रिकमेन्डेशन लेना।
डायरेक्ट एप्लीकेशन प्रोसेस के लिए इंस्टीट्यूशन की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से सीधे अप्लाई करना ज़रूरी है। उम्मीदवार का एडमिशन उस इंस्टीट्यूशन की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पूरा करने पर निर्भर करता है।
बी.टेक के बाद पीएचडी का ओवरव्यू (Overview of PhD after B.Tech)
बी.टेक के बाद पीएचडी के अवसरों की तलाश में इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स से लेकर डायरेक्ट एडमिशन शामिल है। नीचे दी गई ओवरव्यू टेबल में आप कोर्स की अवधि, एप्लीकेशन प्रोसेस, एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया आदि देख सकते है।
विवरण | डिटेल्स |
---|---|
कोर्स अवधि | 3 से 6 वर्ष |
स्पेशलाइज़ेशन्स | इंजीनियरिंग, डॉक्टरेट प्रोग्राम, पीएचडी/डुअल पीएचडी, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, सिविल इंजीनियरिंग |
एडमिशन/सिलेक्शन प्रोसेस | रिसर्च टॉपिक चुनें, इंस्टीट्यूशन की वेबसाइट के माध्यम से सीधे अप्लाई करें, फैकल्टी/सुपरवाइजर से रिकमेन्डेशन लें |
एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया |
एडमिशन एग्जाम जैसे JEST, GATE, UGC NET, CSIR NET ज़रूरी हैं
एप्लीकेशन के लिए लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन, SOP और रिज्यूमे कुछ यूनिवर्सिटीज़ आपके द्वारा चुने गए रिसर्च टॉपिक का ऑप्शनल रिसर्च प्रपोजल मांग सकते हैं |
एंट्रेंस एग्जाम | JEST, GATE, यूजीसी नेट , CSIR NET |
टॉप कॉलेज | IIT दिल्ली, IIT कानपुर, IIT गुवाहाटी, IIT हैदराबाद, आदि। |
भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए एलिजिबिलिटी (Eligibility for PhD after BTech in India in Hindi)
बी.टेक के बाद ज़्यादातर पीएचडी कोर्स प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए इच्छित क्षेत्र में स्ट्रांग बैकग्राउंड की ज़रूरत होती है जिसमें एडवांस्ड मैथमेटिकल कॉन्सेप्ट्स, इकोनॉमिक्स, सॉफ़्टवेयर और स्टेटिस्टिक्स शामिल है। उम्मीदवार के ग्रेजुएशन में लगातार उच्च प्रदर्शन को प्राथमिकता दी जाती है लेकिन काम मार्क्स आने पर प्रोजेक्ट्स और लैंग्वेज स्किल की मदद से भरपाई हो सकती है।
- बी.टेक के बाद पीएचडी एप्लीकेशन के लिए इंस्टीट्यूशंस द्वारा अक्सर JEST, GATE, UGC NET और CSIR NET जैसी एंट्रेंस एग्जाम की आवश्यकता होती है या किसी इंसीट्यूशन द्वारा रिकमेन्डेशन की ज़रूरत होती है।
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन (LOR), स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस (SOP) और रिज्यूमे, एप्लीकेशन प्रोसेस के लिए बेहद ज़रूरी हैं।
- कुछ यूनिवर्सिटीज़ आपके द्वारा चुने गए रिसर्च क्षेत्र की आउटलाइन मांग सकते हैं। पीएचडी में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों से उनके द्वारा चुने गए क्षेत्र में नॉलेज और एक्सपीरियंस की उम्मीद की जाती है जिसमें कोई भी रिसर्च पेपर और पब्लिकेशन शामिल हो।
बी.टेक के लिए पीएचडी हेतु इम्पोर्टेन्ट डाक्यूमेंट (Documents Required for PhD for B.Tech in Hindi)
उम्मीदवरों को इन्सटीट्यूशन की ज़रूरत के अनुसार एप्लीकेशन के साथ ही डाक्यूमेंट्स जमा करने होते हैं। इम्पोर्टेन्ट डाक्यूमेंट्स की लिस्ट नीचे देख सकते हैं।- JEST, GATE, UGC NET, CSIR NET जैसे एग्जाम की टेस्ट स्कोर शीट
- SOP एंड LORs
- रिसर्च टॉपिक की डिटेल आउटलाइन या मेथोडोलोजी
- 10वीं, 12वीं, तथा ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री की मार्कशीट
- SC/ST/OBC-NC/GEN-EwS/PD सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए आवेदन कैसे करें? (How to Apply for PhD after B.Tech in India in Hindi?)
बी.टेक के बाद पीएचडी एडमिशन सेलेक्टिव है, और फिजिक्स या संबंधित क्षेत्रों में डिग्री वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता देता है। कई यूनिवर्सिटीज़ इस क्राइटेरिया को फॉलो करती हैं लेकिन कुछ यूनिवर्सिटीज़ का क्राइटेरिया फ्लेक्सिबल होता है। बी.टेक के बाद सीधे पीएचडी के लिए अप्लाई करने करने हेतु जानकारी देखें।
- उपलब्ध पीएचडी प्रोग्राम्स पर रिसर्च करें और आपको किस क्षेत्र में रूचि है यह तय करें।
- अपने पीएचडी रिसर्च प्रबंध के लिए टॉपिक चुनें और एक सुपरवाइजर की पहचान करें।
- सुपरवाइजर को अच्छे से लिखा गया एप्लीकेशन जमा करें।
- एप्लीकेशन फॉर्म पूरा भरें और सभी ज़रूरी डाक्यूमेंट्स उपलब्ध कराएं।
- बी.टेक के बाद पीएचडी की तैयारी के लिए अपने रिसर्च और मैथ स्किल को बढ़ाने के साथ-साथ एडमिशन डिसिज़न का वेट करें।
बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process for PhD after B.Tech in Hindi)
किसी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में बी.टेक के बाद पीएचडी में एडमिशन पाने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता है। प्रोग्राम कोर्सेस की खोज से लेकर एप्लीकेशन जमा करने और सिलेक्शन प्रोसेस से गुजरने तक, बी.टेक के बाद पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए स्टेप्स नीचे देख सकते हैं।
- स्टेप 1: अपनी रूचि अनुसार पीएचडी प्रोग्राम की सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए इंस्टीट्यूशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- स्टेप 2: इंस्टीट्यूशन की वेबसाइट पर पब्लिकेशन और नोटिफिकेशन सेक्शन पर नज़र रखें जो कोर्स शुरू होने से 4-5 महीने पहले जारी होती है।
- स्टेप 3: इंस्टीट्यूशन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर सभी डाक्यूमेंट्स जमा करके और फीस का भुगतान करके एप्लीकेशन प्रोसेस पूरा करें।
- स्टेप 4: कुछ इंस्टीट्यूशंस को एप्लीकेशन के साथ एक रिसर्च प्रपोजल की ज़रूरत हो सकती है जो इंस्टीट्यूशन के रिसर्च यूनिट द्वारा रिव्यू किया जाता है।
- स्टेप 5: शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को अक्सर इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम और अन्य एडमिशन प्रोसेस में भाग लेने की ज़रूरत होती है।
- स्टेप 6: सफल एडमिशन के बाद उम्मीदवारों को उनके पीएचडी रिसर्च के लिए सुपरवाइजर या गाइड नियुक्त किए जाते हैं।
भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी के लिए टॉप कॉलेज (Top Colleges for PhD after B.Tech in India in Hindi)
भारत में बी.टेक के बाद पीएचडी करने के लिए उम्मीदवार कई बेहतरीन कॉलेजों में चुन सकते हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (IIT) जैसे प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट्स से लेकर प्रसिद्ध प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ तक इसमें इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मैनेजमेंट, आदि सहित कई क्षेत्र शामिल हैं। नीचे दी गई टेबल में भारत के कई टॉप इंस्टीट्यूट्स के नाम फीस के साथ दिए गए हैं।
कॉलेज | विशेषज्ञता | कोर्स फीस (INR में) |
---|---|---|
IIT दिल्ली | इंजीनियरिंग | 1,79 एलपीए |
IIT कानपुर | डॉक्टरेट टाइम टेबल | 1,50 एलपीए |
IIT गुवाहाटी | पीएचडी/डुअल पीएचडी | 5.00 एलपीए |
IIT हैदराबाद | कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग | 3 से 5 एलपीए |
IIT खड़गपुर | इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी | 1.50 एलपीए |
बिट्स पिलानी | केमिस्ट्री | 1.63 एलपीए |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी | कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग | 7.20 एलपीए |
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी | सिविल इंजीनियरिंग | 4-8 एलपीए |
लिंगाया विद्यापीठ | सिविल इंजीनियरिंग | 1.95 लाख |
हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस | इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी | 2.18 एलपीए |
-अवधेश प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी | कंप्यूटर साइंस | 2.91 एलपीए |
बी.टेक के बाद पीएचडी करने से रिसर्च में नए रस्ते खुल जाते हैं। इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स और डायरेक्ट एडमिशन के साथ, इच्छुक छात्र ग्रेजुएशन की पढ़ाई के तुरंत बाद एडवांस रिसर्च में एडमिशन ले सकते हैं। यह गाइड आपको एडमिशन प्रोसेस और कोलेबोरेटिव रिसर्च के अवसरों की जानकारी प्रदान करती है।
बीटेक के बाद पीएचडी के बारे में अधिक जानकारी के लिए, हमें 1800-572-9877 पर कॉल करें या CollegeDekho के QnA सेक्शन में अपने प्रश्न पोस्ट करें।
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FAQs
भारत में बीटेक के बाद पीएचडी की अवधि आमतौर पर 3 से 6 साल तक होती है। शुरुआत में, आपको अपनी विशेषज्ञता चुननी होगी और यह तय करना होगा कि आप डॉक्टरेट के लिए कौन सा विषय चुनना चाहते हैं। वैकल्पिक रूप से, आप बीटेक पूरा करने के बाद सीधे पीएचडी के लिए आवेदन करने का विकल्प भी चुन सकते हैं।
हाँ, आप बिना गेट के पीएचडी कर सकते हैं। बिना एंट्रेंस एग्जाम के भी अवसर उपलब्ध हैं। अगर आपके पास किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से इंजीनियरिंग या बी.टेक में 8.0 या उससे ज़्यादा का सीजीपीए है, तो आप डायरेक्ट एडमिशन के लिए पात्र हो सकते हैं।
हाँ, आप बिना मास्टर डिग्री के भी पीएचडी कर सकते हैं। हालाँकि, पीएचडी करने के पारंपरिक तरीके में आमतौर पर स्नातक की डिग्री, उसके बाद मास्टर डिग्री और फिर पीएचडी की पढ़ाई शामिल होती है।
हाँ, आप बीटेक पूरा करने के बाद दिल्ली, कानपुर, गुवाहाटी, हैदराबाद और खड़गपुर जैसे विभिन्न आईआईटी संस्थानों से पीएचडी कर सकते हैं। हालाँकि पात्रता मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्य आवश्यकताओं में मास्टर डिग्री में न्यूनतम 65% अंक या 6.5 सीपीआई, स्नातक डिग्री में प्रथम श्रेणी, और किसी प्रासंगिक राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय एग्जाम में गेट या समकक्ष में जेआरएफ/95 पर्सेंटाइल या उससे अधिक अंक प्राप्त करना शामिल है।
हाँ, भारत में बीटेक के बाद सीधे पीएचडी करना संभव है, बशर्ते आप कुछ मानदंडों को पूरा करते हों। आपके पास एकीकृत मास्टर और पीएचडी टाइम टेबल में दाखिला लेने या अपने प्रोफेसरों या पर्यवेक्षकों से सीधे सिफारिशें प्राप्त करने का विकल्प है।
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