क्या आप नीट पीजी 2026 की तैयारी कर रहे हैं? अगर हां तो, इस लेख को पूरा पढ़ें, यहां हम नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने योग्य सामान्य गलतियां (Common Mistakes to Avoid During NEET PG Preparation) के बारे में बता रहे हैं। जिनसे आपको बचने की जरूरत है।

नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने योग्य सामान्य गलतियां (Common Mistakes to Avoid During NEET PG Preparation in Hindi): छात्र अपने नीट पीजी 2026 (NEET PG 2026) पढ़ाई को धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ पूरा करते हैं। वे उच्चतम अंक प्राप्त करने के लिए दिन-रात अध्ययन करते हैं। इसके लिए कुछ नीट पीजी कोचिंग क्लासेस से जुड़ते हैं, जबकि अन्य खुद ही तैयारी करना पसंद करते हैं। प्रत्येक के पास परीक्षा पास करने के लिए अपना अनूठा तरीका है। फिर भी, कई उम्मीदवार नीट पीजी परीक्षा उत्तीर्ण करने में असमर्थ रहते हैं।
जब इसपर बारीकी से देखा गया तो कई उम्मीदवार अपनी तैयारी के दौरान छोटी-छोटी गलतियां करते हैं, जिसकी कीमत अंततः उन्हें चुकानी पड़ती है। कुछ नीट पीजी की सही संदर्भ पुस्तकों से नहीं सीखते हैं, जबकि अन्य संदेह पूछने से हिचकिचाते हैं। ये छोटे मुद्दे अंततः अंतिम स्कोर को प्रभावित करते हैं। उम्मीदवारों को नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने योग्य ऐसी सामान्य गलतियां (Common Mistakes to Avoid During NEET PG Preparation) से बचने में मदद करने के लिए हम सुझावों की एक सूची लेकर आए हैं। सभी छात्रों को यह जानने के लिए इस लेख को पढ़ना चाहिए कि नीट पीजी की तैयारी के दौरान किन सामान्य गलतियों (What are the common mistakes while preparing for NEET PG?) से बचना चाहिए।
नीट पीजी 2026 की तैयारी के दौरान बचने वाली सामान्य गलतियों की सूची (Common Mistakes to Avoid During NEET PG 2026 Preparation in Hindi)
नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने वाली कुछ सामान्य गलतियां (Some common mistakes to avoid while preparing for NEET PG in Hindi) इस प्रकार हैं:सही स्टडी टाइम-टेबल का विश्लेषण और पुनर्मूल्यांकन नहीं करना (Not Analyzing and Re-Creating the Right Study Timetable)
समय सारिणी बनाई? इससे रोजाना पढ़ाई? शानदार! पर रुको। आपने पिछली बार अपने अध्ययन कार्यक्रम का पुनर्मूल्यांकन कब किया था? छात्र अक्सर अपनी परीक्षा समय सारिणी न बदलने की गलती करते हैं। जैसे-जैसे परीक्षा नजदीक आ रही है, कुछ विषयों को दूसरों की तुलना में अधिक समय की आवश्यकता होगी। उसी पुराने शेड्यूल से चिपके रहना जो आपने पिछले साल से पालन किया था, काम नहीं करेगा। समय-समय पर अपनी सीखने की ज़रूरतों को समझें और अपने अध्ययन कार्यक्रम में बदलाव करते रहें।
जवाबों को रटना (Mugging up Answers)
यह नीट पीजी तैयारी के दौरान की जाने वाली आम गलतियों में से एक है। अभ्यर्थी, विषयों को गहराई से सीखने के बजाय, उत्तरों को रटना और याद करना शुरू कर देते हैं। यह उन्हें NEET PG परीक्षा के दौरान या तो टॉपिक को पूरी तरह से भूलने या अवधारणाओं को याद करने में सक्षम नहीं होने की ओर ले जाता है। इसलिए, केवल सतही स्तर पर अध्ययन करने के बजाय प्रत्येक टॉपिक की गहराई को सही मायने में ज्ञान प्राप्त करने के लिए चार्टर करें।
वर्किंग स्मार्ट के बजाय हार्ड वर्किंग (Working Hard instead of Working Smart)
कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा मेहनत आपको भी खत्म कर देगी। एनईईटी पीजी परीक्षा की तैयारी (NEET PG exam preparations) के अंतिम चरण के दौरान एक छात्र को आखिरी चीज की आवश्यकता होती है जो आराम है। इसलिए इस सामान्य गलती से बचने के लिए स्मार्ट तरीके से सीखें। बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें, छोटे नोट्स बनाएं, अच्छी तरह से रिवीजन करें, पढ़ाई और मजेदार गतिविधियों के साथ अपने दिन को संतुलित करें, आदि।
किताबों के सही सेट का जिक्र नहीं (Not Referring to the Right Set of Books)
यह सामान्य गलती न करें और अपनी नीट पीजी की तैयारी के लिए किसी भी किताब से अध्ययन न करें। आपकी सीखने की यात्रा के दौरान पुस्तकें आपकी सबसे अच्छी साथी होती हैं। इसलिए, सही पुस्तकों का संदर्भ लें और विषयों को गहराई से सीखें। सभी पुराने संस्करणों को त्यागें और केवल उन्हीं संदर्भ सामग्रियों को चुनें जो अपग्रेडेड हैं। यहां कुछ नीट पीजी 2026 पुस्तकों का उल्लेख किया गया है।
नीट पीजी सब्जेक्ट | किताब का नाम |
---|---|
बायोकेमिस्ट्री (Biochemistry) | रेबेका जेम्स या डी एम वासुदेवन (Rebecca James or D M Vasudevan) |
फिजियोलॉजी (Physiology) | सौमेन महापात्रा (Soumen Mahapatra) |
एनाटॉमी (Anatomy) | अरविन्द अरोड़ा या ACROSS या राजेश कौशल (Arvind Arora or ACROSS or Rajesh Kaushal) |
माइक्रोबायोलॉजी (Microbiology) | रचना चौरसिया या अनंतनारायण (Rachna Chaurasia or Ananthnarayan) |
पैथोलॉजी (Pathology) | स्पर्श गुप्ता या देवेश मिश्रा (Sparsh Gupta or Devesh Mishra) |
फार्माकोलॉजी (Pharmacology) | गोबिंद राय या के डी त्रिपाठी (Gobind Rai or K D Tripathi) |
प्रसूति एवं स्त्री रोग (Obs and Gynaecology) | साक्षी अरोड़ा (Sakshi Arora) |
फॉरेंसिक मेडिसिन (Forensic Medicine) | ACROSS या डॉ गौरव अग्रवाल या अरविंद अरोड़ा या के एस एन रेड्डी (ACROSS or Dr Gaurav Aggarwal or Arvind Arora or K S N Reddy) |
सर्जरी (Surgery) | प्रीतेश सिंह या एसआरबी या बेली एंड लव (Pritesh Singh or SRB or Bailey and Love) |
मेडिसिन (Medicine) | दीपक मारवाह या मुदित खन्ना (Deepak Marwah or Mudit Khanna) |
पीएसएम (PSM) | विवेक जैन (Vivek jain) |
ओर्थोपेडिक्स (Orthopaedics) | अपूर्व मेहरा (Apurv Mehra) |
ईएनटी (ENT) | मनीषा बुद्धिराजा या रुचि राय या ढींगरा (Manisha Budhiraja or Ruchi Rai or Dhingra) |
पीडियाट्रिक्स (Pediatrics) | तरूणा मेहरा या ओ पी घई (Taruna Mehra or O P Ghai) |
ऑपथैल्मोलॉजी (Ophthalmology) | बी राम गोपाल या रुचि राय या ए के खुराना (B Ram Gopal or Ruchi Rai or A K Khurrana) |
एनेस्थीसिया (Anesthesia) | प्रोफेसर विवेक जैन या अजय कुमार द्वारा (Profs By Vivek Jain or Ajay Kumar) |
डर्माटोलॉजी (Dermatology) | प्रोफेसर विवेक जैन द्वारा (Profs By Vivek Jain) |
साइकेट्री (Psychiatry) | प्रोफेसर विवेक जैन या प्रवीण त्रिपाठी द्वारा (Profs By Vivek Jain or Praveen Tripathi) |
रेडियोलॉजी (Radiology) | सुमेर सेठी या प्रोफेसर विवेक जैन द्वारा (Sumer Sethi or Profs By Vivek Jain) |
इमेज बेस्ड (Image Based) | फोटॉन डॉ. दीपक मारवाह (PHOTON Dr. Deepak Marwah) |
आसानी से विचलित होना (Getting Easily Distracted)
छात्रों का ध्यान कम होता है और अक्सर वे पढ़ते समय विचलित हो जाते हैं। यह वह जगह है जहां किसी को एकाग्रता और उचित परिश्रम के महत्व को समझने की आवश्यकता होती है। सुनिश्चित करें कि आप सभी शोरगुल से दूर एकांत वातावरण में पढ़ रहे हैं। समय पर ब्रेक लें लेकिन जब आप पढ़ाई कर रहे हैं, अपने आप को पूरी तरह से कार्य के लिए समर्पित कर दें। यदि आप हर 10 मिनट में विचलित होते रहते हैं, तो आपको अपने सपने को पूरा करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
शंकाओं का समाधान नहीं (Not Clearing Doubts)
छात्र अक्सर प्रश्न पूछने से कतराते हैं या उन्हें लगता है कि उनका संदेह छोटा या बेवकूफी भरा है। किसी को यह समझना चाहिए कि कोई भी संदेह मामूली या अप्रासंगिक नहीं है। आश्वस्त रहें और सभी संदेह पूछें। आप देखेंगे कि आपके विषय की समझ में सुधार हो रहा है और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है। आपकी पढ़ाई और आपके लक्ष्यों के बीच कोई नहीं आना चाहिए, आप भी नहीं।
चुनौतीपूर्ण विषयों का अध्ययन नहीं करना (Not Studying Challenging Topics)
छात्र अक्सर उन विषयों का अध्ययन करने से बचते हैं, जिन्हें समझना मुश्किल होता है। अधिक बार नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस तरह से अध्ययन करते हैं। अपने शिक्षक से कठिन अवधारणाओं को समझने में मदद करने या अपने वरिष्ठों की मदद लेने के लिए कहें। किसी भी अवधारणा को न छोड़ें क्योंकि इसे समझना आपके लिए कठिन हो सकता है। इसके बजाय, इसे एक चुनौती के रूप में लें और इसमें महारत हासिल करें। हम पर भरोसा करें, NEET PG परीक्षा में हर अंक मायने रखता है।
सैंपल पेपर्स के साथ पर्याप्त अभ्यास नहीं करना (Not Practicing Enough with Sample Papers)
नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने के लिए यह एक और आम गलती है। उम्मीदवार अक्सर सैंपल पेपर और मॉक टेस्ट पर्याप्त हल नहीं कर पाते हैं। इससे उन्हें परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार के बारे में पता नहीं चलता है। कई लोग हैरान हो जाते हैं और अंत में अंक खो देते हैं। इसलिए, पिछले वर्षों के एनईईटी पीजी प्रश्नपत्रों (previous years’ NEET PG papers) को हल करने के लिए कुछ समर्पित समय रखें। आप स्वचालित रूप से परीक्षा पैटर्न के साथ सहज हो जाएंगे।
मन को शांत नहीं करना (Not Calming the Mind)
नीट पीजी एग्जाम डेट (NEET PG exam date) नजदीक होने पर उम्मीदवार अक्सर चिंतित और तनावग्रस्त महसूस करते हैं। यह परीक्षण के दौरान अच्छे से ज्यादा नुकसान करता है। कई उम्मीदवार अवधारणाओं को भूलने लगते हैं और घबराहट की भावना पैदा होती है। इसके बजाय, छात्रों को अपने दिमाग को शांत करना सीखना चाहिए। परीक्षा देते समय वे जितने शांत रहेंगे, अच्छे स्कोर करने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी अंक। अपने मन को शांत करने के उपाय के रूप में रोजाना योग या ध्यान कर सकते हैं। जब तक वे परीक्षा के दौरान और उससे पहले शांत रहने का तरीका खोजते हैं, तब तक अभ्यर्थी अपना खुद का भी पता लगा सकते हैं।
ऊपर दिए गए संकेत नीट पीजी की तैयारी के दौरान बचने के लिए महत्वपूर्ण सामान्य गलतियां हैं। ऐसे और लेख और NEET PG से संबंधित जानकारी के लिए, CollegeDekho पर बने रहें!
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FAQs
यह एक छात्र से दूसरे छात्र पर निर्भर करता है। आम तौर पर, उम्मीदवार परीक्षा से लगभग 1-2 साल पहले NEET PG की तैयारी शुरू कर देते हैं। कई कोचिंग कक्षाओं में शामिल होते हैं जबकि अन्य स्वयं सीखते हैं। छात्रों को विश्लेषण करना चाहिए कि अवधारणाओं को समझने में कितना समय लगता है और तदनुसार तैयारी शुरू करें।
नीट पीजी परीक्षा के दौरान स्टेशनरी के जरूरी सामान जैसे पेन, राइटिंग पैड, इरेज़र, पेन ड्राइव आदि पर रोक लगा दी जाती है। टैबलेट, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, ब्लूटूथ, घड़ी आदि जैसे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की अनुमति नहीं है। उम्मीदवारों को अंगूठियां, चेन, झुमके और चूड़ियां जैसे आभूषण ले जाने की भी अनुमति नहीं है। अन्य सामान जैसे पर्स, गॉगल्स और बेल्ट भी वर्जित हैं।
गलतियों को रोकने से उम्मीदवार परीक्षा के दौरान कोई छोटी-मोटी गलती नहीं कर पाएंगे। यह सुनिश्चित करता है कि वे प्रभावी ढंग से सभी प्रश्नों का प्रयास करने में सक्षम हैं। छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे NEET PG परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए सही स्टेप लें। तभी वे वांछित परिणाम प्राप्त करेंगे।
हां, आप ये कर सकते हैं। उम्मीदवारों को अवधारणाओं को गहराई से सीखने और अपने दैनिक लक्ष्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस प्रकार, अंततः टेस्ट पेपर में उच्च स्कोर करने के लिए अग्रणी अंक ला सकते हैं।
उम्मीदवारों को जो कुछ भी उन्होंने सीखा है उसमें आत्मविश्वास होना चाहिए। शंका समाधान तुरन्त प्राप्त करना चाहिए। छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ दें और अंतिम समय में परीक्षा के दबाव को शांति से संभालें। यह सुनिश्चित करेगा कि वे NEET पीजी परीक्षा के प्रश्नपत्र को हल करने में एक ईमानदार शॉट देने में सक्षम हैं।
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