26 जनवरी : गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) - 100 से 500 शब्दों तक निबंध लिखना सीखें

Amita Bajpai

Updated On: January 08, 2024 04:02 pm IST

भारतीय गणतंत्र दिवस भारत गणराज्य में हर साल 26 जनवरी को मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय दिवस है। इस अवसर पर अक्सर बच्चों के स्कूलों में निबंध लिखने को दिये जाते है, इस लेख के माध्यम से आप गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day) लिखना सीख सकते है।
गणतंत्र दिवस पर निबंध

गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) - 26 जनवरी को मनाया जाने वाला भारत का गणतंत्र दिवस उस तारीख को चिह्नित करता है जब 1950 में भारत के संविधान को लागू किया गया था। गणतंत्र दिवस भारत के तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, इसलिए इस दिन को हर जाति और संप्रदाय के लोग बड़े सम्मान और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन स्कूल, कॉलेजों, सरकारी दफ्तर में झण्डारोहण कर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में बच्चों द्वारा तरह-तरह के कार्यक्रम, भाषण आदि भी प्रस्तुत किये जाते है। 

गणतंत्र दिवस (Republic Day) 26 जनवरी को मनाया जाता है और यह उस दिन को चिन्हित करता है जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसलिए उस दिन से 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। यह भारत के तीन राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, अन्य दो गांधी जयंती और स्वतंत्रता दिवस हैं। इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इस लेख के द्वारा स्कूलों में दिये गये गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) लिखना सीख सकते है अक्सर बच्चों को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाने के लिए 26 जनवरी पर निबंध (Essay on 26th January) लिखने को कहा जाता है। जिसके द्वारा बच्चों को गणतंत्र दिवस के महत्व (Importance of Republic Day) को समझा सके।

ये भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस 2024 पर भाषण

गणतंत्र दिवस पर 100 शब्दों में निबंध (Essay on Republic Day in 100 words)

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day in Hindi): भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बहुत गर्व और उत्साह के साथ मनाता है। यह एक ऐसा दिन है जो प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। यह उस दिन का प्रतीक है जब भारत वास्तव में स्वतंत्र हुआ और लोकतंत्र को अपनाया। दूसरे शब्दों में, यह उस दिन का जश्न मनाता है जिस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। आजादी के लगभग 3 साल बाद 26 जनवरी 1950 को हम एक धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणराज्य बन गए।

भारतीय हर साल 26 जनवरी को बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाते हैं। इस दिन लोग अपना धर्म, जाति, लिंग भूल कर इस दिवस को मनाते हैं। यह पूरे देश को एक साथ लाता है। यह सचमुच हमारे देश की विविधता को दर्शाता है। भारत की राजधानी, नई दिल्ली, इसे गणतंत्र दिवस परेड के साथ मनाती है जो भारतीय सेना की ताकत और हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है। ये परेड अन्य शहरों में भी होती हैं, जहाँ बहुत सारे स्कूल भाग लेते हैं। बच्चों और पेशेवरों को इतना प्रयास करते हुए देखना खुशी की बात है। जिस तरह से वे परेड की शोभा बढ़ाते हैं उससे किसी को भी अपने देश पर गर्व होता है। इस दिन हम राष्ट्रीय ध्वजारोहण भी करते हैं। नई दिल्ली में, भारत के राष्ट्रपति द्वारा हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद, सैन्य बैंड द्वारा बजाए गए राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाती है। इसके अलावा सभी स्कूलों में इस दिन बडें ही धूम-धाम से बच्चों द्वारा तरह-तरह के कार्यक्रम, भाषण कवितायें आदि प्रस्तुत किये जाते है। मिठाईयां बांटी जाती है। यह दिन हर भारतवासियों के लिए बहुत ही गर्व का दिन होता है। हालांकि यह बहुत खुशी का दिन है, हमें स्वतंत्रता के उस संघर्ष को नहीं भूलना चाहिए जिसमें हमारे पूर्वजों ने भाग लिया था।

हिंदी में निबंध पढ़ें
रक्षाबंधन पर निबंधमहात्मा गांधी पर निबंध
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंधहोली पर निबंध
हिंदी में निबंधपर्यावरण दिवस पर निबंध
मदर्स डे पर निबंधमेरा प्रिय खेल पर निबंध
स्वंत्रता दिवस पर निबंधप्रदूषण पर निबंध
हिंंदी दिवस पर निबंधगाय पर निबंध
मेरे प्रिय मित्र पर निबंधशिक्षक दिवस पर निबंध
गाँधी जयंती पर निबंधस्वामी विवेकानंद पर निबंध

गणतंत्र दिवस पर 500 शब्दों में निबंध (Essay on Republic Day in 500 words)

प्रस्तावना

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day in Hindi): भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में भारत के लोगों द्वारा बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिये इसको मनाया जाता है, जो 26 जनवरी 1950 में भारत के संविधान के लागू होने के बाद से मनाया जाता है। इस दिन को भारत सरकार द्वारा पूरे देश में राजपत्रित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। इसे पूरे भारत वर्ष में विद्यार्थियों द्वारा स्कूल, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में मनाया जाता है। हम सभी को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम भारत जैसे देश के नागरिक हैं जो गणतांत्रिक होने के साथ-साथ लोकतांत्रिक भी है और जहाँ सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं।

गणतंत्र दिवस का इतिहास

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day): 15 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी तो मिल गई, लेकिन हमारे देश में अभी भी एक ठोस संविधान का अभाव था। इसके अलावा, भारत के पास कोई विशेषज्ञ और राजनीतिक शक्तियाँ भी नहीं थीं जो राज्य के मामलों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करतीं। तब तक, 1935 के भारत सरकार अधिनियम को मूल रूप से शासन करने के लिए संशोधित किया गया था। हालांकि, वह अधिनियम औपनिवेशिक शासन की ओर अधिक झुका हुआ था। इसलिए, एक विशेष संविधान बनाने की सख्त जरूरत थी जो भारत के सभी विचारों को प्रतिबिंबित करें। 

इस प्रकार, डॉ. बीआर अंबेडकर ने 28 अगस्त, 1947 को एक संवैधानिक मसौदा समिति का नेतृत्व किया। मसौदा तैयार करने के बाद, इसे 4 नवंबर, 1947 को उसी समिति द्वारा संविधान सभा में प्रस्तुत किया गया। यह पूरी प्रक्रिया बहुत विस्तृत थी और इसमें 166 दिन लग गए। इसके अलावा, समिति द्वारा आयोजित सत्र जनता के लिए खुले रखे गए थे। चुनौतियों और कठिनाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारी संवैधानिक समिति ने सभी के अधिकारों को शामिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसका उद्देश्य सही संतुलन बनाना था ताकि देश के सभी नागरिक अपने धर्म, संस्कृति, जाति, लिंग, पंथ और अन्य से संबंधित समान अधिकारों का आनंद ले सकें। आख़िरकार उन्होंने 26 जनवरी 1950 को देश के सामने आधिकारिक भारतीय संविधान प्रस्तुत किया।

गणतंत्र दिवस समारोह

26 जनवरी का दिन भारत के लिए गौरवमय दिन है। इस दिन देश भर में विशेष कार्यक्रम होते हैं। विद्‌यालयों, कार्यालयों तथा सभी प्रमुख स्थानों में राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराने का कार्यक्रम होता है। बच्चे इनमें उत्साह से भाग लेते हैं। लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं। स्कूली बच्चे जिला मुख्यालयों, प्रांतों की राजधानियों तथा देश की राजधानी के परेड में भाग लेते हैं। विभिन्न स्थानों में सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं। लोकनृत्य, लोकगीत, राष्ट्रीय गीत तथा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। देशवासी देश की प्रगति का मूल्यांकन करते हैं। यह पर्व हम भारतवासियों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। यही वो दिन है, जो हमें हमारे संविधान का महत्व बताता है। भले ही हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, परंतु भारत को उसका वास्तविक अस्तित्व 26 जनवरी को ही मिला है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि हमारे देश का संविधान व इसका गणतांत्रिक रूप ही हमारे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक जोड़ता है। यह वह दिन है जब हमारा देश विश्व मानचित्र में गणतंत्र के रूप में स्थापित हुआ। इस दिन हम सभी नागरिकों को प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम भारत के संविधान की गरिमा को बनाए रखेंगे। इसकी सुरक्षा करेंगे और शांति व समरसता को बनाये रखेंगे और देश के विकास में सहयोग देंगे।

गणतंत्र दिवस के दिन पूरे भारत के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी एक बड़े पैमाने पर उत्सव का खास प्रबंध किया जाता है औक बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ की जाती है। इतना ही नहीं इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेड होती है। जो सामान्यत: विजय चौक से शुरू होती है और इंडिया गेट पर जाकर खत्म होती है। इस दौरान राष्ट्रपति को तीनों भारतीय सेनाओं (थल, जल, और नभ) द्वारा सलामी दी जाती है। साथ ही अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी सेना के द्वारा किया जाता है। जो कि हमारे राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है। इतना ही नहीं साथ ही राज्यों की झाकियोँ की प्रदर्शनी, पुरस्कार वितरण, मार्च पास्ट आदि क्रियाएँ भी होती हैं। अंत में पूरे भारत का वातावरण “जन गण मन गण” से गूँजता है।

निष्कर्ष

गणतंत्र दिवस के दिन हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम अपने भारत देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करेंगे तथा हमेशा एकजुट होकर रहेंगे। भारत को विश्वव्यापी ताकत बनाने का जो सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था उसे हमें हर हाल में पूरा करना होगा। ये ही गणतंत्र की असली पहचान होगी।

26 जनवरी पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Republic Day in 10 Lines)

  1. भारत का गणतंत्र दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन मनाया जाता है।
  2. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू हुआ।
  3. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान माना गया है।
  4. गणतंत्र दिवस राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्र ध्वज का ध्वजारोहण होता है।
  5. भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है।
  6. 26 जनवरी को विद्यालयों और अन्य शिक्षण और सरकारी संस्थानों में झंडा फहराया जाता है।
  7. 26 जनवरी के दिन दिल्ली में इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक परेड निकाली जाती है।
  8. इस परेड में भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना भाग लेते हैं व अपने तरीके से गणतंत्र दिवस की शोभा बढ़ाते है।
  9. इस दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी दफ्तर का अवकाश होता है।
  10. हमे अपने गणतंत्र और देश के कानून का सम्मान करना चाहिए।
ऐसे ही निबंध संबधित अन्य आर्टिकल्स के लिए CollegeDekho के साथ जुड़ें रहें।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

news_cta
/articles/essay-on-republic-day/

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

  • 24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

  • व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

  • बिना किसी मूल्य के

  • समुदाय तक पहुंचे

नवीनतम आर्टिकल्स

ट्रेंडिंग न्यूज़

Subscribe to CollegeDekho News

By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Top
Planning to take admission in 2024? Connect with our college expert NOW!