बाल दिवस पर निबंध (Essay on Children's Day in Hindi): 200 से 500 शब्दों में हिंदी में चिल्डर्न डे पर लेख, 10 लाइन्स

Shanta Kumar

Updated On: November 18, 2025 11:23 AM

बाल दिवस पर निबंध (Essay on Childrens Day in Hindi): भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर 14 नवंबर को हर साल बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बाल दिवस पर हिंदी में लेख कैसे लिखें, इसके बारे सैंपल के साथ यहां तमाम जानकारी दी गई है।

logo
बाल दिवस पर निबंध (Essay on Children's Day in Hindi)

बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Childrens Day Essay in Hindi): पूरे देश में 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस (Childrens Day) के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के प्रति स्नेह के कारण ही उनके जन्मदिन को बाल दिवस (Bal Diwas) के रूप में मनाया जाता है। बाल दिवस पर कई तरह के आयोजन किए जाते हैं, जिसमें बाल दिवस पर निबंध (Bal Diwas Par Nibandh in Hindi) लेखन प्रतियोगिता, बाल दिवस पर भाषण एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल है। विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र बाल दिवस पर हिंदी में लेख (Essay on Childrenrs Day in Hindi) प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। बाल दिवस पर निबंध (Essay on Childrens Day in Hindi) लिखना और प्रतियोगिता में शामिल होना कोई सरल कार्य नहीं है, इसके लिए अथक ज्ञान की आवश्यकता होती है। इस लेख में आप बाल दिवस पर निबंध (bal diwas par nibandh) लिखना सिख सकते हैं।

ये भी पढ़ें दशहरा पर निबंध

हिंदी में बाल दिवस पर निबंध (Children’s Day Essay in Hindi) तैयार करते समय छात्रों को कुछ मुश्किलें आ सकती है, इसलिए हमने इस लेख में बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Essay on Children’s Day in Hindi) 200 से 500 शब्दों में लिखकर बताया है। बाल दिवस पर हिंदी निबंध (Children’s Day Essay in Hindi) लिखने के इच्छुक छात्र इस लेख से बेहतर ढंग से बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Essay on Children’s Day in Hindi) लिख सकते है और बाल दिवस (Children’s Day in Hindi) पर भाषण तैयार करना कर सकते हैं। बाल दिवस के महत्व, बाल दिवस का इतिहास, पंडित जवाहरलाल नेहरू और बाल दिवस, बाल दिवस का उद्देश्य, बाल दिवस का समर्पण, बाल दिवस के आयोजन और बाल दिवस पर संदेश जैसे महतवपूर्ण बिंदुओं को इस लेख में जोड़ा गया है। बाल दिवस पर हिंदी में निबंध 10 लाइन में (Essay on Children’s Day in Hindi in 10 Lines) दी गई है जिससे छात्र बाल दिवस (Bal Diwas) की जानकारी संक्षेप में प्राप्त कर सकते हैं और चिल्ड्रन डे के बारे में (about children's day in hindi) जान सकते हैं।

बाल दिवस पर निबंध 100-150 शब्दों में (Essay on Children’s Day in 100-150 words in Hindi)

बाल दिवस या चिल्डर्न डे पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर को आता है इसलिए 14 नवंबर को ही चिल्डर्न डे या बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चोँ से बहुत प्रेम था उन्हें बच्चे अत्यधिक पसंद थे। बच्चे भी उन्हें चाचा कहकर पुकारते थे। इस लिए 'बच्चों का दिन' पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन को मनाया गया। नेहरू जी का मानना था की बच्चे ही उज्जवल भविष्य की नींव है। बच्चे ही कल के भारत का निर्माण करेंगे और बच्चे ही भारत के भविष्य का आधार निर्धारित करेंगे। इसलिए बच्चों के विकास तथा कल्याण पर ध्यान देना चाहिए। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की मृत्यु के बाद संसद में 1964 में नेहरू जी के जन्मदिन (14 नवंबर) को चिल्डर्न डे के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा गया।

बाल दिवस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Children’s Day in 200 words in Hindi)

भारत में प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर, को बाल दिवस (Bal Diwas) के रूप में मनाया जाता है। 14 नवंबर 1889 को जन्मे भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से अत्यधिक लगाव था और वे इन्हे देश का भविष्य समझते थे। बच्चे प्यार से पंडित नेहरू को चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। बच्चों के प्रति उनके लगाव को और स्नेह के कारण ही प्रत्येक वर्ष उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। चाचा नेहरू ने कहा था कि बच्चे देश का भविष्य हैं इसलिए जब तक वे अपने पैरों पर खड़े न हो जाएं तब तक उन्हें प्यार और देखभाल करना जरूरी है। इसे स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रों द्वारा बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। अधिकांश विद्यालयों में बाल दिवस पर निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता और विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) द्वारा बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 1954 में पहली बार 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस मनाने की शुरुआत में हुई। विश्व भर में अलग-अलग तारीखों पर बाल दिवस मनाया जाता है लेकिन भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस का आयोजन किया जाता है।

अन्य निबंध हिंदी में पढ़ें
वसुधैव कुटुंबकम् पर निबंध शिक्षक दिवस पर निबंध
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध होली पर निबंध
हिंदी में निबंध पर्यावरण दिवस पर निबंध
मदर्स डे पर निबंध मेरा प्रिय खेल पर निबंध
स्वंत्रता दिवस पर निबंध प्रदूषण पर निबंध
हिंंदी दिवस पर निबंध गाय पर निबंध
मेरे प्रिय मित्र पर निबंध महात्मा गांधी पर निबंध
दशहरा पर निबंध

बाल दिवस पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Children’s Day in Hindi in 500 words in Hindi)

Add CollegeDekho as a Trusted Source

google

बाल दिवस पर निबंध (Children’s Day Essay in Hindi): प्रस्तावना

बाल दिवस (Children's Day) पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की जयंती पर मनाया जाता है। उनके अनुसार बच्चे देश का उज्ज्वल भविष्य हैं। वे इस बात से भली-भांति परिचित थे कि देश का उज्ज्वल भविष्य बच्चों के उज्ज्वल भविष्य पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि, यदि किसी देश के बच्चे कमजोर, गरीब और अनुचित रूप से विकसित हैं तो वह देश अच्छी तरह विकसित नहीं हो सकता। जब उन्हें एहसास हुआ कि बच्चे देश का भविष्य हैं, तो उन्होंने देश में बच्चों की स्थिति पर पूरा ध्यान केंद्रित करने और सुधार करने के लिए अपने जन्मदिन को बाल दिवस (Children's Day in hindi) के रूप में मनाने की घोषणा की। भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसे स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रों द्वारा बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह बच्चों द्वारा प्रस्तुत कई कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ मनाया जाता है।

ये भी पढ़ें- हिंदी दिवस पर निबंध

बाल दिवस के महत्व (Importance of Children's Day in Hindi)

भारत में बाल दिवस का महत्व जवाहरलाल नेहरू के दृष्टिकोण से पता लगाया जा सकता है, जो मानते थे कि देश का भविष्य बच्चों के हाथों में है। वह बच्चों के अधिकारों के प्रबल समर्थक थे और मानते थे कि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा, स्वास्थ्य और खुशहाल बचपन का अधिकार है। नेहरू ने छोटे बच्चों के दिमाग को आकार देने में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और देश भर में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूलों और संस्थानों की स्थापना को प्रोत्साहित किया।

भारत में बाल दिवस (Bal Diwas) का आयोजन सिर्फ बच्चों को उपहार देना या पार्टियाँ देना नहीं है। यह प्रत्येक बच्चे की अनूठी जरूरतों और प्रतिभाओं को स्वीकार करने और उनके विकास के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण बनाने का दिन है। इस दिन, स्कूल और संस्थान बच्चों को उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं का आयोजन करते हैं। यह माता-पिता और शिक्षकों के लिए बच्चों की प्रगति पर विचार करने और उन क्षेत्रों की पहचान करने का भी अवसर है जहां उन्हें अधिक समर्थन की आवश्यकता है।

ये भी पढ़ें - दिवाली पर निबंध

बाल दिवस का इतिहास (History of Children's Day in Hindi)

1957 में, एक विशेष सरकारी आदेश द्वारा 14 नवंबर को आधिकारिक तौर पर भारत में बाल दिवस घोषित किया गया था। इससे पहले, भारत में बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, जिस दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व बाल दिवस मनाया जाता है। हालाँकि, जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद, उनके जन्मदिन को बाल दिवस (Bal Diwas) के रूप में मनाने के लिए भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया था।

जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु 1964 में हुई थी और तब से, उनकी जयंती मनाने के लिए, 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। वह बच्चों के अधिकार और एक सर्व-समावेशी शिक्षा प्रणाली के समर्थक थे, जहाँ ज्ञान सभी के लिए सुलभ हो।

पंडित जवाहरलाल नेहरू और बाल दिवस (Pandit Jawaharlal Nehru and Children's Day)

भारत में बाल दिवस हमारे पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो बच्चों के प्रति अपने अपार प्रेम और स्नेह के लिए जाने जाते थे। उनके अनुसार, बच्चे न केवल मासूमियत और पवित्रता के प्रतीक हैं, बल्कि देश भविष्य भी हैं। इसलिए इनका पालन-पोषण बहुत ही प्यार और देखभाल से करना चाहिए। ये ही हैं जो देश की सामाजिक नींव को मजबूत करते हैं। बाल दिवस (Bal Diwas) मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य देश में बाल देखभाल, बाल अधिकार और बाल शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। उन्होंने एक नए राष्ट्र के रूप में भारत के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। वह शांति और समृद्धि के अपने सिद्धांतों के लिए जाने जाते थे, जिस पर वे जीवन भर कायम रहे। उनके व्यक्तित्व का एक पहलू जो लोगों को आज भी याद है वह है बच्चों के प्रति उनका प्रेम।

पंडित नेहरू ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की कि भारत के युवाओं को भरपूर शैक्षिक अवसर मिले। इसके लिए उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), अखिल भारतीय चिकित्सा सेवा संस्थान (एम्स) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जैसे कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की। इनके अलावा, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि बच्चे मुफ्त प्राथमिक शिक्षा का लाभ उठा सकें। उन्होंने बच्चों की भलाई और स्वास्थ्य में विशेष रुचि ली और बच्चों को कुपोषण और भूख से पीड़ित होने से बचाने के लिए उन्होंने स्कूलों में बच्चों को दूध और मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने का प्रावधान किया।

बाल दिवस का उद्देश्य (Objective of Children's Day)

बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे भारत में बाल दिवस मनाया जाता है। यह हर साल 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर मनाया जाता है, जो बच्चों के चहेते माने जाते थे। शिक्षक दिवस पर पूरा देश सामूहिक रूप से हर दृष्टिकोण से बच्चों के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। वे हर संभव प्रयास भी करते हैं जो बच्चों के जीवन को बदल सके और उनके भविष्य को उज्ज्वल बना सके। शिक्षक दिवस के दिन हम भारत में बच्चों से जुड़ी समस्याओं जैसे बुनियादी शिक्षा की कमी, बाल श्रम, बाल शोषण और बाल विवाह आदि पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। साथ ही इस दिन हमें बच्चों के साथ कुछ समय बिताने का मौका भी मिलता है। हमारे आस-पड़ोस के गरीब बच्चे को हम ख़ुशी के कुछ पल दे सकते हैं।

बाल दिवस पर संदेश (Message on Children's Day)

बच्चे देश का भविष्य हैं, और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें एक बेहतर भविष्य प्रदान करें। हमारे बच्चे हमारे देश के अनमोल खजाने हैं। वे अपनी मासूमियत, उत्साह और जिज्ञासा से हमारे जीवन को खुशियों से भर देते हैं। हमें अपने बच्चों को प्यार और देखभाल के साथ पालना चाहिए, और उन्हें एक अच्छे नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

बाल दिवस का यह अवसर हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने बच्चों के अधिकारों और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। हमें उन्हें एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना चाहिए, जहां वे अपनी क्षमताओं को विकसित कर सकें। आइए हम मिलकर अपने बच्चों के लिए एक बेहतर कल का निर्माण करें।

बाल दिवस पर निबंध (Children’s Day Essay in Hindi) - निष्कर्ष

बाल दिवस (Bal Diwas) एक ऐसा अवसर है जब हम बच्चों के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त कर सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बच्चे एक सुरक्षित और खुशहाल माहौल में अपना बचपन बिता सकें।

बाल दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? (When and why is Children's Day celebrated in Hindi)

बाल दिवस या जिसे इंग्लिश में चिल्ड्रेन-डे कहते है। चिल्ड्रन डे हर साल नवंबर के महीने में 14 तारीख को मनाया जाता है। चिल्ड्रेन-डे या बाल दिवस हर साल 14 नवंबर को पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 में हुआ था। पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चे काफी पसंद थे तथा वह बच्चे के प्रति काफी स्नेह रखते थे। बच्चों के मन भी उनके प्रति काफी सम्मान है। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहते थे। बच्चों और पंडित जवाहर लाल नेहरू के इसी प्रेम और स्नेह के कारण 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। जब पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने बच्चों के विकास तथा उनकी शिक्षा के लिए अनेक काम किए। भारत में पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था परन्तु पंडित जवाहर लाल नेहरू के मृत्यु के बाद यानि 1964 के बाद बाल दिवस पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस 14 नवंबर को मनाया जाने लगा। यहां से आप बाल दिवस पर निबंध (Essay on Children's Day in Hindi), बाल दिवस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Children’s Day in 100 words in Hindi) , बाल दिवस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Children’s Day in 200 words in Hindi) लिखना सीख सकते है।

बाल दिवस पर निबंध 10 लाइन हिंदी में (Essay on Children’s Day in Hindi in 10 Lines)

यहां से आप 10 लाइन में बाल दिवस पर निबंध (Essay on Children’s Day in 10 lines in Hindi) लिखना सीक सकते है।
  1. बाल दिवस, हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है।
  2. यह दिन चाचा नेहरू के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
  3. चाचा नेहरू बच्चों के प्रति अपनी विशेष स्नेहभावना के लिए प्रसिद्ध थे।
  4. इस दिन, विद्यालयों और समुदायों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  5. बच्चों को उनके हकों की समझ और सुरक्षा का महत्व बताया जाता है।
  6. इस दिन बच्चों को खेलने, पढ़ने, और सीखने का मौका मिलता है।
  7. बाल दिवस के मौके पर सरकारी और गैर सरकारी संगठन भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
  8. बच्चों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  9. इस दिन कई स्कूल और कॉलेज खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं।
  10. बाल दिवस हमारे देश के भविष्य को नेतृत्व करने वाले बच्चों के महत्व को प्रोत्साहित करने का मौका प्रदान करता है।
हिंदी में भाषण लिखना सीखें
गणतंत्र दिवस पर भाषण हिंदी दिवस पर भाषण
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

लेटेस्ट एजुकेशन न्यूज़ हिंदी में पढ़ने के लिए CollegeDekho के साथ बने रहें!

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

news_cta

FAQs

बाल दिवस पर 10 लाइन्स लिखें?

बाल दिवस पर 10 लाइन्स ऊपर दिए गए लेख में दी गयी है। 

बाल दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

बच्चों के साथ चाचा नेहरू के प्यार और बच्चों का चाचा के प्रति स्नेह और प्रेम को देखकर ही 14 नवंबर का दिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हैप्पी चिल्ड्रन डे का मतलब क्या होता है?

हर साल 14 नवंबर को मनाया जाने वाला बाल दिवस बच्चों के सम्मान और उनकी भलाई के लिए समर्पित एक उत्सव है। भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। अपने समृद्ध इतिहास और महत्व के साथ, इस उत्सव का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देना है।

हमें बाल दिवस कैसे मनाना चाहिए?

घर पर बाल दिवस मनाने के कई तरीके है जिन्हें आप अपना सकते है।

  •  बच्चे के लिए बाल दिवस पर घर पर कुछ खास करना चाहते हैं तो उनका मनपसंद खाना बनाएं।
  • सरप्राइज गिफ्ट।
  • पसंदीदा फिल्म या कार्टून साथ देखें
  • कहीं घूमने जाएं।

बाल दिवस क्यों मनाते हैं?

इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म हुआ था। उन्हें बच्चों से बेहद प्रेम था। इसी वजह से उनकी जयंती को बाल दिवस भी कहा जाता है।

बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखते हैं?

बच्चे प्यार से पंडित नेहरू को चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। बच्चों के प्रति उनके लगाव को और स्नेह के कारण ही प्रत्येक वर्ष उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस तरह से आप बाल दिवस पर निबंध लिख सकते है।

बाल दिवस का महत्व क्या है?

पंडित नेहरू को सम्मान देने के लिए संसद में सर्वसम्मति से बाल दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की गयी और तभी से इस दिन को इस दिन मनाया जा रहा है।

बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखें?

बाल दिवस पर निबंध लिखना सिखने के लिए छात्र इस लेख को देख सकते हैं। सी लेख में हिंदी में बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखें? इसकी जानकारी निबंध लिखकर बताई गई है। 

बाल दिवस पर क्या करें?

बाल दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष स्कूलों, सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में कई तरह के रंगारंग कार्यक्रमों और प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। 

बाल दिवस की शुरुआत कब से हुई?

यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) द्वारा बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 1954 में पहली बार 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है?

14 नवंबर 1889 को जन्मे भारत के भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

बाल दिवस क्या है और क्यों मनाया जाता है?

यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) द्वारा बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 1954 में पहली बार 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस मनाने की शुरुआत में हुई। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में समर्पित किया गया है और भारत में उनके जन्मदिन 14 नवंबर को बाल दिवस का आयोजन किया जाता है।

View More
/articles/essay-on-childrens-day-in-hindi/

Related Questions

10 vi me paas hone ki liye kya kare batiye

-debulal malviyaUpdated on December 22, 2025 07:48 PM
  • 2 Answers
allysa , Student / Alumni

Lovely Professional University (LPU) is one of India’s leading private universities, offering a wide range of programs in engineering, management, science, arts, law, and more. LPU provides modern infrastructure, industry-focused curriculum, skilled faculty, and strong placement support. With opportunities for internships, research, and global exposure, it ensures students receive quality education and are well-prepared for professional and academic growth.

READ MORE...

What is the final JAC 10th Syllabus 2024-25?

-AnonymousUpdated on December 22, 2025 07:51 PM
  • 2 Answers
allysa , Student / Alumni

Lovely Professional University (LPU) is a top private university in India offering diverse programs in engineering, management, science, arts, law, and more. LPU provides modern infrastructure, skilled faculty, industry-oriented curriculum, and strong placement support. With opportunities for internships, research, and global exposure, it ensures students gain practical skills, academic knowledge, and career readiness in a vibrant campus environment.

READ MORE...

When I have to fill the form for senior secondary school exam for April 2026 and how. Secondly by what date I have to submit TMA for it

-mahima misraUpdated on December 08, 2025 12:06 PM
  • 1 Answer
Nikkil Visha, Content Team

Dear Student, 

The NIOS board has not released any dates for the April 2026 examination and application form dates yet. You can expect the dates to be released by January 2026. 

READ MORE...

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

  • 24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

  • व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

  • बिना किसी मूल्य के

  • समुदाय तक पहुंचे

नवीनतम आर्टिकल्स

ट्रेंडिंग न्यूज़

Subscribe to CollegeDekho News

By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

Top 10 Education Colleges in India

View All