Updated By Amita Bajpai on 04 Nov, 2025 15:31
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) के अनुसार, पेपर 1- 3 घंटे और पेपर 2 3.5 घंटे के लिए आयोजित किया जाएगा। पेपर 1 के लिए पूछे जाने वाले प्रश्नों की कुल संख्या 90 है, पेपर 2A के लिए 82 और पेपर 2B के लिए 105 है। जेईई मेन के एग्जाम पैटर्न 2026 से संबंधित सभी डिटेल्स इस पेज पर दिए गए हैं।
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Predict My Collegeजेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi): राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) जेईई मेन नोटिफिकेशन 2026 के साथ जारी किया गया है। जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (Jee main exam pattern 2026 in hindi pdf) ऑफिसियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जारी किया गया है। जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 के अनुसार जेईई मेन में 3 पेपर होते है: पेपर 1 (बीटेक/बीई), पेपर 2A (BArch), और पेपर 2B (BPlan) के लिए निर्धारित है। जेईई मेन पेपर 1 कुल 300 अंकों के लिए आयोजित किया जाता है, जबकि पेपर 2A और 2B कुल 400 अंकों के लिए आयोजित किए जाते हैं। सभी जेईई मेन एग्जाम पत्रों में नेगेटिव मार्किंग योजना का पालन किया जाता है। गलत उत्तरों के लिए नेगेटिव मार्किंग के रूप में सुरक्षित अंकों में से 1 अंक काटा जाता है, जबकि सही उत्तरों के लिए 4 मार्क्स मिलते हैं।
जेईई मेन नए सत्र के लिए नोटिफिकेशन ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.ac.in, पर 31 अक्टूबर 2025 को जारी कर दिया गया है। एग्जाम की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को एग्जाम को बेहतर ढंग से समझने के लिए जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) पढ़ना होगा। जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) तीन पेपरों के लिए निर्धारित है: पेपर 1 (बी.टेक/बीई), पेपर 2A (बी.आर्क.), और पेपर 2B (बी.प्लानिंग)। बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) या बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग करने के इच्छुक उम्मीदवारों को पेपर 1 एग्जाम के लिए उपस्थित होना चाहिए। इसके विपरीत, जो उम्मीदवार बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर करना चाहते हैं उन्हें पेपर 2A लेना होगा और जो बैचलर ऑफ प्लानिंग करना चाहते हैं उन्हें पेपर 2B लेना होगा। हालांकि, उम्मीदवार बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग करने के लिए पेपर 2A और 2B के लिए एक साथ उपस्थित हो सकते हैं।
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| जेईई मेन एप्लीकेशन फॉर्म 2026 | जेईई मेन सैंपल पेपर्स |
|---|---|
| जेईई मेन एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया 2026 | भारत के टॉप जेईई मेन कोचिंग संस्थान 2026 |
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Attempt nowअभ्यर्थी नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE main exam pattern 2026 in Hindi) का ओवरव्यू देख सकते हैं:
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न ओवरव्यू (JEE Main Exam Pattern Overview) | |
|---|---|
जेईई मेन एग्जाम संचालन प्राधिकरण | राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) |
विषय की संख्या | गणित, रसायन विज्ञान (Chemistry) और भौतिकी (Physics) |
समय अवधि |
|
प्रश्नों के प्रकार |
|
कुल प्रश्नों की संख्या | पेपर 1 (Paper 1) के लिए 75 प्रश्न पेपर 2A (Paper 2A) के लिए 77 प्रश्न पेपर 2B (Paper 2B) के लिए 100 प्रश्न |
कुल अंक | पेपर 1 (Paper 1) के लिए 300 अंक 400 अंक पेपर 2ए (Paper 2A) और 2B के लिए |
पेपर का माध्यम | अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, असमिया, कन्नड़, तमिल, मराठी, उड़िया, पंजाबी, बंगाली, मलयालम, गुजराती और तेलुगु। |
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) को दो खंडों में विभाजित किया गया है: सेक्शन A और सेक्शन B, इसके अलावा, सेक्शन A में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से सामूहिक रूप से 60 MCQ शामिल हैं। सेक्शन B में अब वैकल्पिक प्रश्न नहीं होंगे — सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे।। जेईई मेन नया एग्जाम पैटर्न 2026 पीडीएफ (JEE Main New Exam Pattern 2026 in Hindi) के अनुसार, सेक्शन B में सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे। नीचे दी गई टेबल में विस्तृत जेईई मेन परिवर्तित एग्जाम पैटर्न (jee main changed exam pattern) देखें:
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न बीई/बीटेक (पेपर 1) | |
|---|---|
एग्जाम मोड | कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) ऑनलाइन |
अनुभागों की संख्या | 3 (भौतिकी, रसायन विज्ञान (Chemistry), गणित) |
एग्जाम अवधि |
|
प्रश्नों के प्रकार | एमसीक्यू (बहुविकल्पीय प्रश्न) संख्यात्मक मान प्रश्न |
कुल MCQ की संख्या |
|
कुल संख्यात्मक मान प्रश्नों की संख्या |
|
कुल प्रश्नों की संख्या | 75 |
कुल अंक | 300 अंक |
जेईई मेन एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग स्कीम का पालन किया जाता है। एग्जाम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को जेईई मेन मार्किंग स्कीम के बारे में पता होना चाहिए क्योंकि इससे उम्मीदवारों को एग्जाम के बारे में जानने में मदद मिलेगी। नीचे दी गई टेबल में पेपर 1 (बीटेक/बीई) के लिए विस्तृत जेईई मेन मार्किंग स्कीम देखें:
जेईई मेन पेपर 1 (Paper 1) (बीई/बीटेक) के लिए मार्किंग स्कीम | |
|---|---|
डिटेल्स | जेईई मेन में BE/BTech मार्किंग स्कीम |
सही जवाब | +4 अंक |
ग़लत उत्तर | -1 अंक |
बिना प्रयास किये गए प्रश्न | 0 अंक |
अंक प्रति सेक्शन |
|
ये भी पढ़ें: जेईई मेन पिछले वर्ष के क्वेश्चन पेपर
जेईई मेन बी.आर्क पेपर के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों को जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 पीडीएफ (JEE Main Exam Pattern 2026 PDF in Hindi) अवश्य जानना चाहिए। नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन बी.आर्क (पेपर 2A) के लिए विस्तृत एग्जाम पैटर्न देखें:
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न BArch (पेपर 2A) | |
|---|---|
एग्जाम मोड | कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) ऑनलाइन |
अनुभागों की संख्या | 3 (ड्राइंग, गणित (Mathematics), और योग्यता) |
एग्जाम अवधि | 3 घंटे (180 मिनट) |
सबजेक्ट | गणित (Mathematics) (भाग I) एप्टीट्यूड टेस्ट (भाग II) भाग-III: ड्राइंग टेस्ट (Drawing Test) — यह पेन एवं पेपर मोड में होगा। |
कुल प्रश्नों की संख्या | लगभग 77 प्रश्न + ड्राइंग से जुड़े प्रश्न। |
कुल अंक | 400 अंक |
जेईई मेन पेपर 1 एग्जाम की तरह, जेईई मेन पेपर 2A में भी नेगेटिव मार्किंग स्कीम लागू है। उम्मीदवार नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन बीआर्क के लिए विस्तृत मार्किंग स्कीम देख सकते हैं:
जेईई मेन पेपर 2A (Paper 2A) (BArch) के लिए मार्किंग स्कीम | |
|---|---|
डिटेल्स | जेईई मेन में बीआर्क मार्किंग स्कीम |
सही जवाब | +4 अंक |
ग़लत उत्तर | -1 अंक |
बिना प्रयास किये गए प्रश्न | 0 अंक |
अंक प्रति सेक्शन | गणित: 25x4= 100 अंक योग्यता: 50x4= 200 अंक चित्रकला (Drawing): 2x50= 100 अंक |
जेईई मेन बी. प्लान एग्जाम तीन खंडों के लिए आयोजित की जाती है: गणित, एप्टीट्यूड और प्लानिंग, 100 प्रश्नों के लिए कुल 400 मार्क्स। जेईई मेन बी.प्लान एग्जाम की कुल अवधि 3 घंटे (180 मिनट) है। नीचे दी गई टेबल में बी. प्लान (पेपर 2B0) के लिए विस्तृत जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE Main Exam Pattern 2026 in Hindi) देखें:
जेईई मेन एग्जाम पैटर्न बीप्लान (पेपर 2बी) | |
|---|---|
एग्जाम मोड | कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) ऑनलाइन |
अनुभागों की संख्या | 3 (योजना, गणित (Mathematics), और योग्यता) |
एग्जाम अवधि | 3 घंटे (180 मिनट) |
विषय | गणित, एप्टीट्यूड टेस्ट, योजना-आधारित प्रश्न (Planning Based Questions) |
कुल प्रश्नों की संख्या | 100 |
कुल अंक | 400 अंक |
जेईई मेन पेपर 2A में भी नेगेटिव मार्किंग स्कीम लागू है। उम्मीदवार नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन BArch के लिए विस्तृत मार्किंग स्कीम देख सकते हैं:
जेईई मेन पेपर 2बी (Paper 2B) (बी. प्लान) के लिए मार्किंग स्कीम | |
|---|---|
डिटेल्स | जेईई मेन में बी. प्लान मार्किंग स्कीम |
सही जवाब | +4 अंक |
ग़लत उत्तर | -1 अंक |
बिना प्रयास किये गए प्रश्न | 0 अंक |
मार्क्स प्रति सेक्शन | गणित: 25x4= 100 अंक योग्यता: 50x4= 200 अंक प्लानिंग (Planning): 25x 4: 100 अंक |
अभ्यर्थी नीचे पृष्ठ पर विभिन्न विषयों के लिए जेईई मेन एग्जाम में प्रश्नों की कुल संख्या की जांच कर सकते हैं।
बीई/बीटेक के लिए जेईई मेन पेपर 1 एग्जाम में बैठने वाले उम्मीदवारों को पूछे गए कुल प्रश्नों की संख्या पता होनी चाहिए। नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन के लिए प्रश्नों का अनुभाग-वार वितरण देखें:
पेपर-1 | सेक्शन A | सेक्शन-B | प्रश्न पत्र डिजाइन |
|---|---|---|---|
गणित (Mathematics) | 20 | 5 |
|
भौतिकी (Physics) | 20 | 5 | |
रसायन विज्ञान (Chemistry) | 20 | 5 | |
कुल | 75 | ||
बीआर्क के लिए जेईई मेन्स पेपर 2ए एग्जाम में बैठने वाले उम्मीदवारों को पूछे गए कुल प्रश्नों की संख्या पता होनी चाहिए। नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन के लिए प्रश्नों का अनुभाग-वार वितरण देखें:
पेपर-1 | सेक्शन A | सेक्शन-B | प्रश्न पत्र डिजाइन |
|---|---|---|---|
गणित (Mathematics) | 25 | 5 |
|
एप्टीट्यूड | 50 | - | |
ड्राइंग (Drawing) | 2 | - | |
कुल | 82 | ||
बीप्लान के लिए जेईई मेन पेपर 2बी एग्जाम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पूछे गए कुल प्रश्नों की संख्या पता होनी चाहिए। नीचे दी गई टेबल में जेईई मेन के लिए प्रश्नों का अनुभाग-वार वितरण देखें:
पेपर-1 | सेक्शन A | सेक्शन B | प्रश्न पत्र डिजाइन |
|---|---|---|---|
गणित (Mathematics) | 25 | 5 |
|
एप्टीट्यूड | 50 | ||
प्लानिंग (Planning) | 25 | ||
कुल | 105 | ||
यह भी पढ़ें: जेईई मेन प्रिपरेशन टिप्स 2026
जेईई मेन के आगामी एग्जाम में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण टॉपिक्स अवश्य देखना चाहिए। यह उम्मीदवारों को जेईई मेन एग्जाम 2026 में अधिकतम अंक प्राप्त करने में मदद करेगा। नीचे सब्जेक्ट वाइज महत्वपूर्ण टॉपिक्स देखें।
अभ्यर्थी नीचे जेईई मेन भौतिकी के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स की जांच कर सकते हैं:
अभ्यर्थी नीचे जेईई मेन्स रसायन विज्ञान महत्वपूर्ण टॉपिक्स की जांच कर सकते हैं:
उम्मीदवारों को जेईई मेन्स गणित के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स को अवश्य पढ़ना चाहिए। नीचे जेईई मेन गणित के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स देखें:
एग्जाम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को जेईई मेन्स एग्जाम में शामिल होने से पहले शिफ्ट टाइमिंग के बारे में पता होना चाहिए। आगामी जेईई मेन एग्जाम का शेड्यूल अभी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा जारी किया जाना बाकी है, हालाँकि, पिछले सत्र के डेटा के आधार पर जेईई मेन शिफ्ट टाइमिंग 2026 (JEE Main Exam Shift Timing 2026) नीचे दी गई है:
सत्र | सुबह की शिफ्ट | दोपहर की शिफ्ट |
|---|---|---|
शिफ्ट का समय | सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक | अपराह्न 3 बजे से सायं 6 बजे तक |
एग्जाम की अवधि | 3 घंटे | 3 घंटे |
एग्जाम केंद्र पर एडमिशन का समय | प्रातः 7.30 से 8.30 तक | दोपहर 02.00 बजे से 2.30 बजे तक |
निरीक्षक(निरीक्षकों) द्वारा निर्देश | प्रातः 8.30 से 8.50 तक | दोपहर 2.30 बजे से 2.50 बजे तक |
अभ्यर्थी निर्देश पढ़ने के लिए लॉग इन करें | सुबह 8.50 बजे | दोपहर 2.50 बजे |
एग्जाम शुरू | सुबह 9.00 बजे | अपराह्न 3.00 बजे |
हमने पेज पर जेईई मेन एग्जाम पैटर्न 2026 (JEE main exam pattern 2026) का पूरा डिटेल्स प्रदान किया है और आशा है कि यह एग्जाम की तैयारी करने वाले और एग्जाम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को लाभान्वित करेगा। जेईई मेन एग्जाम से संबंधित लेटेस्ट अपडेट के लिए CollegeDekho पर रजिस्टर करें। आपकी आगामी जेईई मेन एग्जाम के लिए शुभकामनाएँ!
और पढ़ें:
| जेईई मेन एग्जाम डेट 2026 | जेईई मेन में भाग लेने वाले कॉलेज 2026 |
|---|---|
| जेईई मेन एडमिट कार्ड 2026 | जेईई मेन कटऑफ 2026 |
यदि दो या दो से अधिक उम्मीदवार जेईई मेन पेपर I परीक्षा में समान अंक प्राप्त करते हैं, तो योग्यता का क्रम निम्नलिखित टाई-ब्रेकिंग नियमों के अनुसार निर्धारित किया जाएगा। उम्मीदवारों को टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी की विस्तृत समझ देने के लिए, हमने इसे कुछ उदाहरणों के साथ समझाया है।
टाई ब्रेकर 1: गणित में उच्च अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को टाई-ब्रेकर नीति-1 के अनुसार मेरिट सूची में प्राथमिकता दी जाएगी।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर I में 300 में से 280 अंक प्राप्त किए हैं। हालांकि, उम्मीदवार A ने गणित में 80 अंक प्राप्त किए, जबकि उम्मीदवार B ने गणित में 82 अंक प्राप्त किए। यहां, उम्मीदवार B को टाई ब्रेकर पॉलिसी 1 के अनुसार मेरिट सूची में प्राथमिकता दी जाएगी।
टाई ब्रेकर 2:यह नीति तभी लागू होती है जब दो या दो से अधिक अभ्यर्थी गणित में समान अंक प्राप्त करते हैं। चूंकि दो या दो से अधिक उम्मीदवारों के गणित में समान अंक हैं, इसलिए योग्यता निर्धारित करने के लिए उम्मीदवारों द्वारा भौतिकी में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर I में 300 में से 280 अंक प्राप्त किए हैं। दोनों ने गणित में भी 80 अंक प्राप्त किए हैं। हालांकि, अभ्यर्थी A ने भौतिकी में 85 अंक प्राप्त किये और अभ्यर्थी B ने भौतिक विज्ञान में 82 अंक प्राप्त किये। टाई-ब्रेकर नीति 2 के अनुसार, उम्मीदवार A को उम्मीदवार B की तुलना में योग्यता सूची में उच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
टाई ब्रेकर 3:यह नीति तभी लागू होती है जब दो या दो से अधिक अभ्यर्थी भौतिकी में समान अंक प्राप्त करते हैं। ऐसे मामलों में, उनकी योग्यता निर्धारित करने के लिए रसायन विज्ञान में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर I में 300 अंक में से 280 अंक हासिल किए हैं। परीक्षा। हालाँकि, कैंडिडेट A ने केमिस्ट्री में 80 अंक स्कोर किया और कैंडिडेट B ने 81 अंक स्कोर किया। टाई-ब्रेकर नीति 3 के अनुसार, उम्मीदवार B को उम्मीदवार A की तुलना में मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी।
टाई ब्रेकर 4: यह नीति तभी प्रभावी होती है जब दो या दो से अधिक उम्मीदवार जेईई मेन पेपर I के भौतिक विज्ञान और रसायन शास्त्र के गणित में समान अंक स्कोर करते हैं। ऐसे मामलों में, परीक्षा में कम नकारात्मक प्रतिक्रियाओं वाले उम्मीदवार को दिया जाएगा। योग्यता के क्रम में उच्च वरीयता।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर I में 250 अंक स्कोर किया है। दूसरी ओर, इन दोनों उम्मीदवारों ने फिजिक्स और केमिस्ट्री में गणित में समान अंक स्कोर किया है। हालाँकि, उम्मीदवार A द्वारा गलत उत्तरों की संख्या 16 है, जबकि उम्मीदवार B द्वारा गलत उत्तरों की संख्या 18 है। योग्यता निर्धारित करने के लिए, उम्मीदवार A को योग्यता के क्रम में उच्च वरीयता दी जाएगी, क्योंकि गलत की संख्या उम्मीदवार A का उत्तर उम्मीदवार B से कम है।
टाई ब्रेकर 5: उपरोक्त सभी नियमों को लागू करने के बाद भी टाई होने पर ही यह नीति लागू होती है। ऐसे मामलों में, उम्र में बड़े उम्मीदवारों को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी। बेहतर समझ के लिए नीचे दिया गया उदाहरण देखें।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर I में 240 अंक स्कोर किया है। दूसरी ओर, इन उम्मीदवारों ने फिजिक्स और केमिस्ट्री में गणित में समान अंक स्कोर किया है। वहीं, इन उम्मीदवारों द्वारा गलत जवाब देने वालों की संख्या भी इतनी ही है। हालांकि, उम्मीदवार A की आयु 17 वर्ष और 6 महीने है और उम्मीदवार B की आयु 17 वर्ष और 8 महीने है। टाई-ब्रेकर पॉलिसी 5 के अनुसार, उम्मीदवार B को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी।
यदि दो या दो से अधिक उम्मीदवार जेईई मेन पेपर II परीक्षा में समान अंक प्राप्त करते हैं, तो उम्मीदवारों की योग्यता निर्धारित करने के लिए नीचे दिए गए नियम या टाई ब्रेकिंग पॉलिसी लागू की जाएगी।
टाई ब्रेकर 1: जेईई मेन पेपर II में गणित में अंक अधिक स्कोर करने वाले उम्मीदवारों को टाई-ब्रेकर पॉलिसी 1 के अनुसार मेरिट लिस्ट में वरीयता दी जाएगी।
उदाहरण:
मान लेते हैं कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन में 400 अंक में से 360 अंक हासिल किए हैं। हालाँकि, उम्मीदवार A ने गणित में 79 अंक और उम्मीदवार B ने 81 अंक स्कोर किया। मेरिट के क्रम में उम्मीदवार B को वरीयता दी जाएगी, क्योंकि उसने उम्मीदवार A की तुलना में गणित में अधिक अंक स्कोर किया था।
टाई ब्रेकर 2: यह पॉलिसी तब प्रभावी होती है जब दो या दो से अधिक उम्मीदवार गणित में समान अंक स्कोर करते हैं। ऐसे मामलों में, एप्टीट्यूड टेस्ट में उच्च अंक वाले उम्मीदवारों को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी।
उदाहरण:
मान लेते हैं कि अभ्यर्थी A और अभ्यर्थी B ने जेईई मेन में 400 अंक में से 350 अंक प्राप्त किए हैं। हालाँकि, उम्मीदवार A ने पेपर- II में 140 अंक स्कोर किया, जबकि उम्मीदवार B ने 139 अंक स्कोर किया। ऐसे मामलों में, उम्मीदवार A को योग्यता के क्रम में उम्मीदवार B की तुलना में उच्च वरीयता दी जाएगी।
टाई ब्रेकर 3: यह पॉलिसी तब लागू होती है जब दो या दो से अधिक उम्मीदवार गणित और एप्टीट्यूड टेस्ट में समान अंक स्कोर करते हैं। ऐसे में मेरिट के क्रम में चित्रकला टेस्ट में अंक अधिक वाले अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी।
उदाहरण:
मान लेते हैं कि कैंडिडेट A और कैंडिडेट B ने जेईई मेन पेपर-II में 400 में से 350 अंक हासिल किए हैं। दूसरी ओर, इन उम्मीदवारों ने भी गणित में समान अंक और एप्टीट्यूड टेस्ट में स्कोर किया है। हालाँकि, उम्मीदवार A ने चित्रकला टेस्ट पर 78 अंक स्कोर किया और उम्मीदवार B ने 80 अंक स्कोर किया। ऐसे मामलों में, उम्मीदवार B को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी, क्योंकि उसने उम्मीदवार A की तुलना में चित्रकला टेस्ट में अधिक अंक स्कोर किया था।
टाई ब्रेकर 4: यह पॉलिसी तब लागू होती है जब दो या दो से अधिक उम्मीदवार गणित, एप्टीट्यूड टेस्ट और चित्रकला टेस्ट में समान अंक स्कोर करते हैं। ऐसे मामलों में, जेईई मेन पेपर-II परीक्षा में कम नकारात्मक उत्तर या गलत उत्तर वाले उम्मीदवारों को मेरिट के क्रम में वरीयता दी जाएगी।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर-II में 250 अंक स्कोर किया है। दूसरी ओर, इन दोनों उम्मीदवारों ने गणित, एप्टीट्यूड टेस्ट और चित्रकला टेस्ट में समान अंक अंक प्राप्त किए हैं। हालाँकि, उम्मीदवार A द्वारा गलत उत्तरों की संख्या 16 है, जबकि उम्मीदवार B द्वारा गलत उत्तरों की संख्या 18 है। योग्यता निर्धारित करने के लिए, उम्मीदवार A को योग्यता के क्रम में उच्च वरीयता दी जाएगी, क्योंकि गलत की संख्या उम्मीदवार A का उत्तर उम्मीदवार B से कम है।
टाई ब्रेकर 5: उपरोक्त सभी नियमों को लागू करने के बाद भी टाई बनी रहने पर ही यह पॉलिसी प्रभावी होती है। ऐसे मामलों में, उम्र में बड़े उम्मीदवारों को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी। बेहतर समझ के लिए नीचे दिया गया उदाहरण देखें।
उदाहरण:
मान लें कि उम्मीदवार A और उम्मीदवार B ने जेईई मेन पेपर-II में 240 अंक स्कोर किया है। दूसरी ओर, इन उम्मीदवारों ने गणित में अंक , एप्टीट्यूड टेस्ट और चित्रकला टेस्ट में समान अंक प्राप्त किए। वहीं, इन उम्मीदवारों द्वारा गलत जवाब देने वालों की संख्या भी इतनी ही है। हालाँकि, उम्मीदवार A की आयु 17 वर्ष और 6 महीने है और उम्मीदवार B की आयु 17 वर्ष और 8 महीने है। टाई-ब्रेकर पॉलिसी 5 के अनुसार, उम्मीदवार B को मेरिट लिस्ट में उच्च वरीयता दी जाएगी।
जेईई मेन परीक्षा में, प्रत्येक प्रश्न के सही उत्तर के लिए आम तौर पर चार अंक होते हैं। हालांकि, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए, प्रश्न के लिए आवंटित कुल अंकों का एक-चौथाई (1/4) निगेटिव मार्क्स के रूप में काटा जाता है। इसका मतलब यह है कि प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाता है।
यह योजना बहुविकल्पीय प्रश्नों (Multiple-Choice Questions) और संख्यात्मक मूल्य उत्तर (Numerical Value Answers) वाले प्रश्नों दोनों पर लागू होती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple-Choice Questions): एमसीक्यू के मामले में, जहां एक प्रश्न के लिए चार विकल्प दिए गए हैं, यदि कोई उम्मीदवार उत्तर के रूप में एक से अधिक विकल्प चिह्नित करता है, तो इसे जेईई मेन निगेटिव मार्किंग के साथ गलत प्रतिक्रिया माना जाएगा। हालांकि, यदि कोई उम्मीदवार एक सही विकल्प को चिह्नित करता है और बाकी को अनुत्तरित छोड़ देता है, तो केवल अनुत्तरित विकल्पों को निगेटिव मार्किंग के साथ गलत माना जाएगा।
संख्यात्मक मूल्य प्रश्न (Numerical Value Questions): संख्यात्मक मूल्य प्रश्नों में, जहां उम्मीदवारों को एक संख्यात्मक उत्तर दर्ज करना होता है, गलत प्रतिक्रिया के लिए कोई जेईई मेन निगेटिव मार्किंग नहीं होता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यदि उत्तर सही प्रारूप में दर्ज नहीं किया गया है या यदि इसे गलत तरीके से पूर्णांकित किया गया है, तो इसे गलत प्रतिक्रिया माना जाएगा और शून्य अंक दिए जाएंगे।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अनुत्तरित छोड़े गए प्रश्नों पर कोई दंड नहीं है। अनुत्तरित प्रश्नों के लिए कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है, इसलिए आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि यदि आप सही उत्तर के बारे में अनिश्चित हैं तो बेतरतीब ढंग से अनुमान न लगाएं।
जेईई मेन में निगेटिव मार्किंग 2026 (JEE Main Negative Marking 2026) का उद्देश्य अंधाधुंध अनुमान लगाने को हतोत्साहित करना और छात्रों को केवल तभी प्रश्न हल करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जब उनके उत्तरों में उचित स्तर का आत्मविश्वास हो। यह अनुमान लगाने में जोखिम का तत्व जोड़ता है, क्योंकि गलत उत्तर समग्र स्कोर को कम कर सकते हैं।
कुल अंक निर्धारित करते समय निगेटिव मार्किंग को ध्यान में रखा जाता है। छात्रों को अपने जेईई मेन्स के अंतिम स्कोर पर निगेटिव मार्किंग के प्रभाव को कम करने के लिए उन प्रश्नों को हल करने और उन प्रश्नों को छोड़ने के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है जिनके बारे में वे आश्वस्त हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अपनी वेबसाइट पर जेईई मेन सिलेबस के साथ आधिकारिक पुस्तिका प्रकाशित करेगा। छात्र जेईई मेन सिलेबस jeemain.nta.nic.in से डाउनलोड कर सकते हैं। जेईई मेन सिलेबस के बारे में ज्ञान छात्रों को एक ठोस अध्ययन कार्यक्रम तैयार करने और प्रवेश परीक्षा के लिए प्रासंगिक विषयों का अध्ययन करने में मदद करेगा। जेईई मेन्स सिलेबस 2026 11वीं और 12वीं कक्षा के भौतिकी, गणित और रसायन विज्ञान के विषयों पर आधारित है। परिणामस्वरूप, छात्रों को एनटीए जेईई सिलेबस का उपयोग करके अपनी परीक्षा की तैयारी शुरू करनी चाहिए। परीक्षा के कठिनाई स्तर और जेईई सिलेबस की बेहतर समझ के लिए छात्रों को अधिक से अधिक जेईई मेन मॉक टेस्ट 2026 देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। छात्र एनटीए द्वारा जेईई मेन सिलेबस jeemain.nta.nic.in पर प्राप्त कर सकते हैं।
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जेईई मेन 2026 पेपर 2 परीक्षा का तरीका ऑनलाइन (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) है।
जेईई मेन पेपर 2 परीक्षा में एमसीक्यू आधारित प्रश्नों के लिए -1 की निगेटिव मार्किंग है। उम्मीदवार के प्रत्येक गलत प्रयास पर -1 की निगेटिव मार्किंग होगी।
जेईई मेन पेपर 2 की परीक्षा 400 अंक के लिए आयोजित की जाती है।
जेईई मेन पेपर में तीन विषय होते हैं, यानी गणित, एप्टीट्यूड टेस्ट और आर्ट्स टेस्ट। परीक्षा 400 अंक के लिए आयोजित की जाती है।
जेईई मेन परीक्षा का तरीका ऑनलाइन (कंप्यूटर आधारित परीक्षा) है।
जेईई मेन कॉलेज प्रेडिक्टर टूल का उपयोग करना सरल है। आपको बस अपनी जेईई मेन रैंक दर्ज करनी है और श्रेणी का चयन करना है। पिछले वर्षों के आंकड़ों के आधार पर, आपकी रैंक के लिए लागू कॉलेजों की लिस्ट प्रदर्शित की जाएगी।
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